अमेठी: अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के दौरे पर आए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के काफिले का रास्ता भाजपा समर्थकों और स्थानीय नागरिकों के कड़े विरोध के कारण बदलना पड़ा। पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अमेठी पहुंचे राहुल के दौरे के दूसरे और अंतिम दिन गौरीगंज क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के समर्थकों के बीच तीखी झड़प के बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और फिर कांग्रेस अध्यक्ष के काफिले का रास्ता बदल दिया गया।
राहुल को जामो मार्ग से ले जाया गया जहां सड़क के दोनों ओर खड़े कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने उनका स्वागत किया। राहुल करीब 2 किलोमीटर पैदल चलकर गौरीगंज पहुंचे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक राहुल को मुसाफिरखाने से गौरीगंज आना था लेकिन स्थानीय भाजपा नेताओं आशीष शुक्ला और सुधांशु शुक्ला की अगुवाई में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्त्ता राहुल के प्रति विरोध प्रर्दिशत करते हुए गौरीगंज-मुसाफिरखाना मार्ग पर एकत्र हो गए।
अपर पुलिस अधीक्षक बीसी दुबे ने बताया कि तनाव की आशंका के मद्देनजर राहुल का काफिला गौरीगंज-मुसाफिरखाना मार्ग से नहीं गुजरने दिया गया। गौरीगंज-मुसाफिरखाना मार्ग पर प्रदर्शनकारी अपने हाथ में राहुल के ‘लापता सांसद’ होने सम्बन्धी नारे लिखी तख्तियां लिए थे। साथ ही वे उन पर अपने ट्रस्ट के लिए किसानों की जमीन हथियाने, अमेठी का विकास नहीं करने, आम लोगों की समस्याएं नहीं सुनने, क्षेत्र में शिक्षा तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी आवश्यकताओं की अनदेखी करने और ‘फर्जी’ परियोजनाओं का शिलान्यास करने के आरोप भी लगा रहे थे।