देश में गौरक्षा के नाम पर मवेशी लाने वाले कई मुस्लिमों की भगवा संगठनों ने पीट-पीट कर जान ले ली है. ऐसे में अब ईद-उल-अजहा के त्यौहार भी नजदीक आ रहा है. इन हिंसा घटनाओं के चलते मुस्लिमों में दहशत का माहौल है.
इसी बीच बीच जमीयत उलेमा-ए-हिन्द प्रमु अरशद मदनी ने कहा है कि ‘मुसलमान ईद-उल-अजहा पर जानवरों की क़ुरबानी बेख़ौफ़ होकर करें. उन्होंने कहा कि इसमें कोई डर की बात नहीं है.
न्यूज़ पोर्टल टू सर्किल.नेट से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज देश में मज़हब के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है. फ़िरक़ापरस्त लोग हिन्दू राष्ट का नारा दिया जा रहा है, जिससे मुल्क में बेहद खराब हालात पैदा होंगे.
उन्होंने कहा कि ईद-उल-अजहा पर जानवरों की कुर्बानी बेख़ौफ़ होकर करें। लेकिन मुसलमानों को ऐसे जानवर की क़ुरबानी का ख्याल रखना है, जिससे बिरादराने-मुल्क को तकलीफ़ न हो. इसके अलावा साफ़-सफाई का भी ख़ास ध्यान रखना है.
मदनी ने कहा कि मुल्क में बढ़ रही नफरत का जवाब मुहब्बत से देना होगा. नफ़रत की आग को मुहब्बत के पानी से बुझाना होगा.