इस बारे में ननावद ग्राम पंचायत के सरपंच दख्खोबाई का कहना है कि लोगों के मन में दबंगों का खौफ इस कदर बढ़ गया है कि सभी गांव छोड़कर चले गए.
मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले से करीब 22 किमी दूर टपरा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां के 100 परिवार दबंगों के खौफ से पलायन कर गए.
हिंदी अखबार दैनिक भास्कर के मुताबिक, टपरा गांव में पिछले एक साल से लोग पलायन कर रहे हैं. यहां पहले अनुसूचित जाति के 100 परिवार रहते थे, लेकिन अब यहां घर खाली पड़े हैं.
यही नहीं, गांव से ग्रामीणों के पलायन के कारण यहां के प्राइमरी स्कूल में कोई पढ़ने वाला नहीं बचा. स्कूल की बिल्डिंग पर भी ताला है. बच्चे ना होने के कारण यहां पदस्थ दो शिक्षकों को शिक्षा विभाग के अफसरों ने दूसरे स्कूल में अटैच कर दिया है.
इस बारे में ननावद ग्राम पंचायत के सरपंच दख्खोबाई का कहना है कि लोगों के मन में दबंगों का खौफ इस कदर बढ़ गया है कि सभी गांव छोड़कर चले गए.
उन्होंने बताया कि ग्रामीण कोल्हू खेड़ा गांव से पानी लेने कुएं पर जाते थे, लेकिन दबंगों ने खेतों व कुएं की ओर जाने वाले रास्ते बंद कर दिए. यदि कोई उस रास्ते से जाता तो दबंग गाली-गलौज व मारपीट करते. इसीलिए उन्होंने गांव छोड़ पलायन कर लिया. पलायन करने वाले अधिकतर परिवार राजस्थान व श्योपुर के दूसरे गांवों में बस गए हैं. हमने कलेक्टर व विधायक को शिकायतें भी की लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की.
वहीं, इस बारे में श्योपुर के कलेक्टर पीएल सोलंकी का इस बारे में कहना है कि उन्हें इस बारे में अब तक कोई भी शिकायत नहीं मिली है. यदि ऐसा कोई मामला हुआ है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी और गांव वालों को दोबारा बसाया जाएगा.