बिजनौर. मंडावर थाना क्षेत्र में एक मां अपनी बेटी का शव लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है, लेकिन उसे कब्रिस्तान में शव दफनाने की जगह नहीं मिल रही है। दरअसल, समाज के कुछ ठेकेदार उसे शव दफनाने नहीं दे रहे हैं। इतना ही कुरैशी बिरादरी के चौधरियों ने इस लाचार बुजुर्ग महिला का हुक्का पानी तक बंद कर करने का फरमान सुना दिया। साथ ही चेतावनी दी है कि जो भी महिला का साथ देगा उसका भी हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा। इसलिए अब बुजुर्ग महिला अपनी बेटी के शव को को दफनाने के लिए थाने से लेकर एसपी आफिस के चक्कर लगा रही है, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई सुनवाई नहीं की है। जब इस प्रकरण को लेकर एसपी सिटी दिनेश सिंह से बात की गई तो उन्होंन जानकारी कर कार्रवाई की बात कही।
दरअसल मानवता को शर्मसार कर देने वाला ये मामला मण्डावर थाना क्षेत्र का है। जहां की रहने वाली अफसरी नामक महिला ने 2016 को अपनी बेटी आमरीन की शादी कोतवाली देहात थाने के गांव अकबराबाद में अखलाख के साथ की थी, लेकिन पीड़ित मां और भाई रिजबान का आरोप है कि शादी के डेढ़ साल बाद ही अक्टूबर 2017 को आमरीन की हत्या कर दी गई। इसके बाद आमरीन के शव को ससुरालियों ने बिना किसी को बताए ही दफना दिया। इतना ही नहीं आफरीन की मौत की जानकारी लंबे समय तक मायके वालों को नहीं दी गई। आमरीन की बुजुर्ग मां अफसरी ने बताया कि करीब 4 माह बाद उन्होंने कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई।
कोर्ट के आदेश के बाद शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद वह बेटी के शव को मंडावर स्थित अपने घर ले गई। इसके बाद शव को दोबारा दफनाने के लिए जैसे ही परिजन कब्रिस्तान पहुंचे तो वहां के समाज के कुछ ठेकेदारों ने शव दफनाने नहीं दिया गया। इस पर गांव में एक पंचायत हुई, जिसमें कुरैशी बिरादरी के चौधरियों ने विधवा महिला का हुक्का पानी बंद करने का फरमान सुना दिया। इतना ही नहीं पंचायत में ये भी चेतावनी दी गई कि जो भी महिला का साथ देगा उसका भी हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद से अब लाचार बुजुर्ग महिला अपनी बेटी का शव दफनाने के लिए थाने से लेकर एसपी आफिस के चक्कर लगा रही है, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई सुनवाई नहीं की है। इस संबंध में जब एसपी सिटी दिनेश सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी कर कार्रवाई की जाएगी।