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Tuesday, December 3, 2024

​एच डी एफ सी बैंक का कलेक्शन हेड बना लोनर का हेडेक…

             


लखनऊ, इरफ़ान शाहिद। लखनऊ एचडीएफसी बैंक से एक कार लोन और क्रेडिट कार्ड लेना एक शख्स के लिए सिरदर्दी बन गया ह, पैसा पूरा जमा करने के बावजूद भी बैंक पीड़ित को नो ऑब्जेक्शन सार्टिफिकेट नही दे पा रहा है जिसका कारण बड़ा ही अजीबोगरीब नज़र आ रहा है।

ठकुरगंज नगरिया में रह रहे पीड़ित विनय पाठक ने आप बीती बताते हुए हमारे सामने कई महत्वपूर्ण तथ्यों को रखा उन्होंने अपने कार लोन नंबर 24189315  और       क्रेडिट कार्ड नम्बर 5241110000867239 की जानकारी देते हुए बताया कि,लोन का पूरा पैसा और क्रेडिट कार्ड का पूरा पैसा कलेक्शन हेड के कहे मुताबिक अदा करने के बावजूद भी इनकी कार लोन की एन ओ सी नही दी जा रही क्योंकि बैंक कह रहा है कि आपने पैसा सेटेलमेंट के अनुसार तो दिया पर एक मुश्त अदायगी नही की बल्कि पार्ट पेमेंट की बात खुद कलेक्शन हेड विकास शुक्ला ने ही बताई थी।

यहां कलेक्शन हेड विकास शुक्ला की भूमिका संदिग्ध इस लिए भी नज़र आ रही है, क्योंकि उसने एक तरफ तो अपना टारगेट पूरा करने के लिए पीड़ित से बैंक द्वारा काहे गए समस्त पैसों का भुकतान भी करा लिया और अपनी ज़िम्मेवारी से पल्ला झाड़ते हुए पीड़ित की कोई मदद तो दूर उनका फोन तक नही उठा रहा।

समझ मे ये नही आता कि कार लोन और क्रेडिट कार्ड दो अलग अलग बाते हैं पीड़ित के हिसाब से उसने दोनों का भुगतान बैंक द्वारा प्राप्त पत्र के हिसाब से कर भी दिया है फिर पीड़ित को बिना किसी वजह के क्यों परेशान किया जा रहा है। यही बात समझ से परे है कलेक्शन हेड पैसा लेने की बात पर तो सर पर सवार रहते थे पर जब बारी बैंक से एनओसी दिलवाने की आई तो साहब को लगता है सांप ही सूंघ गया है, ना ही वो पीड़ित से मिल रहे हैं और ना ही उसकी किसी प्रकार की मदद में ही शामिल हो रहे हैं।

पीड़ित की माने तो उसने एनओसी के लिए बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर पराग राव को मेल से इस पूरे मालमे से अवगत कराया पर उनका जवाब भी निराश करने वाला ही रहा उनका कहना था कि, आपके क्रेडिट कार्ड के सेटलनेन्ट का जो लेटर बना था वो इनवैलिड हो गया है।कमाल है उसी आधार पर पूरा पैसा ले लिया गया अब ऐसा जवाब दे कर पीड़ित की मुश्किलों को और बढाया जा रहा है।ऐसे में पीड़ित विनय पाठक मानसिक रूप से भी बैंक द्वारा ही प्रताड़ित हो रहे हैं क्योंकि सारा पैसा देने के बाद भी बैंक इस तरह का व्यवहार करें तो आखिर किसी को चैन कैसे मिलेगा बैंक उनकी सुनने को तैयार नही कलेक्शन हेड गायब हैं ऐसे में उनको कार की एनओसी मिल भी पाएगी या नही ये एक रहस्य बन गया है।

पीड़ित ने न्यूज़ वन इंडिया को अपनी आप बीती इसी मकसद से सुनाई ताकि उनकी इस पीड़ा की जानकारी बैंक के आलाधिकारी तक भी पहुंच सके और उनकी एनओसी की बाधा दूर की जा सके।

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