एक ओर जहां शिक्षक दिवस मनाया जा रहा हैं। वहीं उत्तराखंड में हजारों शिक्षक इस दिन को सेलीब्रेट करने के बजाय धरने पर बैठने को मजबूर हैं। मंगलवार को शिक्षक दिवस पर देहरादून में हजारों की संख्या में शिक्षक धरने पर बैठ गए हैं।
मंगलवार को देहरादून में धरना-प्रदर्शन की रणनीति शिक्षकों ने पहले ही तैयार कर ली थी। वर्ष 2005 से पूर्व की लाभकारी पेंशन योजना को लागू करने की मांग लेकर शिक्षकों ने परेड मैदान में धरना दिया। इससे पहले सोमवार को राज्य के सरकारी शिक्षकों के सबसे बड़े संगठन प्राथमिक शिक्षक संघ ने ड्रेस कोड पर अपना स्टैंड साफ कर दिया। सोमवार को हुई संघ की प्रांतीय कार्यसमिति ने दो टूक कहा कि सरकार की हर बात को तब माना जाएगा, बशर्ते सरकार शिक्षकों की लंबित समस्याओं को भी हल करे। जब तक सरकार शिक्षक समस्याओं का समाधान नहीं करती तब तक ड्रेस कोड का फरमान स्वीकार नहीं किया जाएगा। रेसकोर्स स्थित शिक्षक भवन में करीब तीन घंटे तक चली बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद प्रांतीय अध्यक्ष निर्मला महर व महामंत्री दिग्विजय सिंह चौहान ने बताया कि शिक्षकों को ड्रेस कोड पर आपत्ति नहीं है। पर इसे विधिवत नियमावली में शामिल किया जाए।
मालूम हो कि आठ अगस्त को मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के मिनट्स में कहा गया है कि शिक्षक पांच सितंबर शिक्षक दिवस से ड्रेस स्वीकार करने को राजी हैं। बैठक में अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए डीएलएड की बाध्यता पर भी चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि मृतक आश्रित कोटे के शिक्षको को समय समय पर छूट मिलती रही है। अब कई रिटायरमेंट के करीब है या फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के हो चुके हैं। उनके लिए डीएलएड करना कुछ कठिन होगा।
वादा चौबीस घंटे का और लगा दिए 200 घंटे
शिक्षक अपनी समस्याओं पर सरकार के रुख से खासे नाराज हैं। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आठ अगस्त को मुख्यमंत्री के साथ उच्च स्तरीय बैठक से शिक्षकों को काफी उम्मीदें जगी थीं। उस दिन दावा किया गया था कि 24 घंटे के भीतर बैठक के मिनट्स जारी कर दिए जाएंगे। पर 200 घंटे बाद तक भी मिनट्स जारी नहीं हुए। ऐसे में शिक्षक भला कैसे विश्वास करें?
नवंबर बाद होंगे प्रांतीय कार्यकारिणी के चुनाव
प्राथमिक शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी का चुनाव नवंबर के बाद होगा। वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल मई में खत्म हो चुका है, लेकिन कुछ जिलों में जिला कार्यकारिणी के चुनाव न होने की वजह से प्रांतीय कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। प्रदेश महामंत्री दिग्विजय सिंह चौहान ने कहा कि अब तक 12 जिलों के चुनाव पूर्ण हो चुके हैं। केवल नैनीताल का चुनाव होना बाकी है। नवंबर तक यह चुनाव हो जाएगा। इसके बाद चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी।