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लखनऊ,दीपक ठाकुर। जैसा कि चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन ये कयास लगाये जा रहे थे कि भारत आस्ट्रिलिया को आखरी टेस्ट में पटकनी दे कर सिरीज़ पर काबिज़ हो जायेगा ठीक वैसा ही हुआ जब धर्मशाला स्टेडियम में चौथे दिन के खेल की शुरुआत हुई।
चौथे दिन क्रीज़ पर आये भारत के दोनों सलामी बल्लेबाज राहुल और मुरली विजय ने 87 रनों को लंच से पहले हासिल कर लेने का प्रयास किया जिसमें राहुल तो सफल रहे क्योंकि उन्होंने नाबाद अर्धशतक लगाया पर मुरली विजय अपना विकेट गंवा बैठे। उसके बाद क्रीज़ पर आये चेतेश्वर पुजारा गलतफहमी का शिकार हो कर शून्य के स्कोर पर रन आउट हो गए तब ऐसा लगा कि कहीं भारतीय टीम पतझड़ की तरह बिखर तो नहीं जायेगी पर उन अटकलों को तब विराम लगा जब टेस्ट टीम के कप्तान अजिंकेय रहाणे ने आते ही दो शानदार बाउंड्री जड़ दी।स्कोर तेजी से टारगेट की ओर बढ़ने लगा इसी दौरान ज़रूरी 87 रन कब आ गए किसी को पता भी नहीं चला और भारत ने आस्ट्रेलिया को आठ विकेट से चित कर चार मैचों की टेस्ट सीरीज अपने नाम कर ली।
आखरी मैच और पूरी सिरीज़ में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को मैन आफ द मैच और मैन ऑफ द सिरीज़ से नवाजा गया। इस सीरीज के आखरी मैच में जडेजा का प्रदर्शन वाकई काबिले तारीफ़ रहा था जिसका उन्हें इनाम मिलना स्वाभाविक लग रहा था।
आखरी मैच में टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली चोटिल होने की वजह से नहीं खेल रहे थे पर उनके ना खेलने की कमी को कप्तान रहाणे ने महसूस नहीं होने दिया। रहाणे ने ना सिर्फ अच्छी बल्लेबाज़ी की बल्कि मैदान पर कई निर्णायक निर्णय भी लिए जो भारत को जीत दिलाने में मददगार साबित हुए।
ऑस्ट्रेलिया जब जब भारत आता है तब तब आस्ट्रेलिया के खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ियों पर ज़ुबानी टिपड़ी करते बाज़ नहीं आते इस बार भी कप्तान स्मिथ ने मुरली विजय के साथ ऐसा ही किया बस फर्क इतना रहा की इस बार अपनी हार स्वीकार करते हुए यहीं पर माफ़ी भी मांग ली।