बेंगलुरु
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कन्नड़ गौरव को बढ़ावा देते हुए एक बार फिर कहा है कि राज्य का अलग झंडा होना चाहिए और कांग्रेस सरकार इस बात को लेकर दृढ़ है। उन्होंने स्पष्ट किया है कहा कि नम्मा मेट्रो में हिंदी को अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने यहां आयोजित कन्नड़ रक्षणा वेदिक रैली में कहा, ‘साढ़े छह करोड़ नागरिकों के सीएम और प्रतिनिधि होने के नाते मेरा दृढ़ विश्वास है कि कर्नाटक को अलग झंडे की जरूरत है। सिद्धारमैया ने कहा कि अलग झंडे की मांग राष्ट्रीय झंडे को किसी भी तरह से कमतर नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, ‘ऐसा कहीं भी नहीं लिखा है कि राज्य का अलग झंडा नहीं होना चाहिए। कर्नाटक के लिए अलग झंडे का मतलब यह नहीं है कि हम राष्ट्रीय झंडे के प्रति अपनी श्रद्धा को खो देंगे। राष्ट्रीय झंडे का हमेशा सर्वोच्च स्थान रहेगा।’
राज्य में हिंदी को लेकर चल रहे विवाद पर सीएम सिद्धारमैया ने कहा, ‘जब केरल और तमिलनाडु के मेट्रो में हिंदी नहीं है तो कर्नाटक को इसकी क्या जरूरत है ? मैंने केंद्र को लिखा है कि हिंदी का इस्तेमाल असंभव है और इसे अनुमति नहीं दी जाएगी।’