लखनऊ दीपक ठाकुर। आजकल या यूं कहें कि कुछ वर्षों से योग गुरु बाबा रामदेव ने भारत को सम्रध बनाने की एक मुहिम छेड़ी थी टीवी और अखबारों पर बड़े बड़े विज्ञापन देते थे कि पतंजलि प्रोडक्ट इस्तेमाल करिये ये पूर्णतया स्वदेशी है इससे आपको कोई हानि नही होगी स्वास्थ उत्तम रहेगा और ना जाने क्या क्या भैया क्या कहे पतंजलि के प्रोडक्ट पाने की होड़ सी मची रहती थी ये माल भी उन्ही को देते तो सीधे इनके अधिकृत व्यक्ति से सम्पर्क करते वो भी सिक्योरटी के तौर पर मोटी रकम वसूलने के बाद।लेकिन हम इनकी दुकानदारी में नही जाना चाहते हम तो सिर्फ उस बात पर आपका ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं जिससे आप भी भलीभांति परिचित होंगे अगर कभी पतंजलि स्टोर गए होंगे तो।
बाबा जी ने विदेशी मार्केट के साथ खूब डट कर लोहा लिया इनमे कोई दो राय नही के इन्होंने भारतीय बाज़ार में पतंजलि को एक अच्छी खासी जगह दिला दी सिर्फ बाज़ार में ही नही अब तो ये कई प्रोग्रामो के फायनेंसर भी बन गए हैं।चलिये ये भी छोड़िये ये प्रचार नही करेंगे तो लोग समझेंगे कैसे फिर कारोबार है बढ़ना ही चाहिए।
यहां बस इनसे इतना ही कहना है कि बाबा योग गुरु राम देव जी आप जो समान बनाते है वो इतना महंगा काहे रखते हैं कि आम आदमी सिर्फ आपके विज्ञापन ही देख पाता है लेने का साहस नही कर पाता आपका आटा सबसे महंगा आपके चावल सबसे महंगे आपका टूथ पेस्ट वो भी महंगा बच्चो की चाकलेट वो तो साधारण के मुकाबले डबल है बाबा जी कृपा करिये गरीबों पर आपका कल्याण तो हो ही रहा है जरा कुछ अपने उत्पादों का दाम भी कम करिये बड़ी दिक्कत हो जाती है खरीदने में पर क्या करें आपके ताम झाम के चक्कर मे लेना ही पड़ता है।
बाबा जी आपको क्यों लगता है कि देश से गरीबी मिट गई है जो आसमान छूते दामो पर समान बिकवा रहे हैं आप जो समान विदेशी कम्पनी 10 में देती है आप 70 मे देते है ऐसा ज़ुल्म मत करिए देश का नाम ले कर सामान बेचते हैं पर देशवासी की पहुंच से परे ही रहता है गुरु देव कम करिये तभी सब स्वदेशी हो पाएंगे नही तो जाने दीजिए भारत का पैसा विदेशों में आप लगे रहिये कारोबार में पर स्वदेशी अपनाओ कह के इमोशनल ना किया करिये जनता को क्योंकि इसके चक्कर मे जनता को चक्कर आ जाता है जब पतंजलि स्टोर जा कर खरीदारी करती है तो।