शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI-डीएससीएल ग्रुप की अजवापुर मिल से किसानों को पर्चियां उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं। इसके बावजूद चीनी मिल में निर्धारित क्षमता से गन्ने की पेराई का दावा मिल अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह गन्ना कैसे और कहां से आ रहा है, जिसको लेकर सहकारी गन्ना विकास समिति के कर्मचारी और मिल के अधिकारी मौन साधे हुए हैं।
अजवापुर मिल व बेलरायां मिल क्षेत्र के किसानों को समय से पर्चियां नहीं मिलने की समस्या करीब एक माह से ज्यादा बढ़ गई है। सैकड़ों किसानों के सामने भारी संकट पैदा हो गया है। खून पसीने से पैदा की गई गन्ने की फसल को औने पौने दामों में बिचौलियों, दलालों को बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। आरोप है कि पर्चियों में कई किसानों के नाम शामिल नहीं किए गए। मिल गेट सट्टा की पर्चियां नहीं निकाली जा रही हैं, जिसकी वजह से किसानों में फैक्ट्री के कर्मचारियों के प्रति आक्रोश पनप रहा है। कई किसानों का कहना है कि जब फैक्ट्री पर्चियां सप्लाई नहीं कर रही है, तो आखिर वह गन्ना कहां से ला रही है। फैक्ट्री के रिकॉर्ड के मुताबिक मिल अपनी तय क्षमता से अधिक प्रतिदिन पेराई कर रही है?