छिंदवाड़ा/नागपुर। मप्र के मालवा के बाद अब विदर्भ के किसान उग्र हो रहे हैं। आलम यह है कि महाराष्ट्र के मुखिया का खुले आम विरोध किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार नागपुर में रेलवे के सहयोग से बनाए गए प्याज कोल्ड स्टोरेज के भूमिपूजन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भाग लेने आए थे। उनके वादों को झूठा बताते हुए किसानों ने जमकर हंगा किया। कई गांवों में बंद रखा और विरोध प्रदर्शन किया। कई इलाकों में सीएम फडणवीस की गाड़ी जिस रास्ते से गुजरी, उसे किसानों ने गोमूत्र, दूध और पानी से धोया। नाशिक-औरंगाबाद महामार्ग पर किसानों ने मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
यह कर रहे मांग
जानकारी के अनुसार किसान यहां स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की मांग पर अड़े हुए हैं और राज्य सरकार की ओर से पूर्ण कर्जमाफी की मांग कर रहे हैं। इससे पहले कार्यक्रम में समृद्धि महामार्ग का विरोध करते हुए किसानों ने जमकर हंगामा किया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने जैसे ही माइक हाथ में लिया, कुछ किसानों ने उनके खिलाफ जोर-जोर से नारेबाजी शुरू कर दी। मुख्यमंत्री को हंगामे के बीच ही अपना भाषण पूरा करना पड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के विकास के लिए समर्पित है। मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान पुलिस ने नारेबाजी करने वाले किसानों को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन असफल रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों का हित चाहती है, लेकिन कुछ लोग विकास में बाधा पैदा करने का कार्य कर रहे हैं।