लखनऊ, दीपक ठाकुर।उत्तर प्रदेश में जिस कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षीय पार्टी हमलावर है उस पर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक भी इत्तेफाक रखते नज़र आ रहे हैं। झाँसी में मिडिया से रूबरू हुए राम नाईक से जब यूपी के कानून व्यवाथा पर सवाल किया गया तो उनका उस पर काफी सधा सा जवाब आया उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो कानून व्यवस्था रही उसके बारे में वो समय समय पर अपनी बात रखते रहे है पर इस वक़्त उस पर टिपड़ी करना चुनाव पर असर कर सकता है।
यहाँ राम नाईक का इशारा बिलकुल साफ़ नज़र आ रहा था कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में विरोधी दलों की बात कानून व्यवस्था पर जो है उससे वो इत्तेफाक रखते है कहने का मतलब ये है कि सपा सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट थी जिसकी कई बार राम नाईक ने निंदा भी की और इस संबंध में केंद्र सरकार से भी वार्ता की थी।
इन सब बातों से ये साफ़ हो गया है कि अखिलेश भले विपक्षियों के सवालों पर चीख चीख के सफाई दे पर कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने में वो पूरी तरह फेल ही साबित हुए । अब जनता को तय करना है कि वो कानून व्यवस्था को अपने दिमाग में कितनी तरजीह देते हैं।
वैसे यहाँ गौर करने वाली बात एक ये भी है कि उत्तर प्रदेश में सरकार और राज्यपाल के संबंधों में मधुरता नहीं दिखाई देती थी कानून व्यवस्था को लेकर दोनों अक्सर टकराव की स्थिति में नज़र आया करते थे।