लखनऊ,दीपक ठाकुर। आप दिल्ली में क्या कर रही है समझ नही आ रहा जिस पार्टी ने वहां हुए विधान सभा चुनाव में सभी दल को अचम्भित कर 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की वही पार्टी दिल्ली एमसीडी चुनाव में दूसरे नंबर की लड़ाई लड़ रही है वो भी कांग्रेस पार्टी से सबसे आगे वहां भी सबका साथ सबका विकास यानी भाजपा चल रही है।
एमसीडी 270 सीटों में जो शुरुआती रुझान आ रहे हैं वो साफ तौर पर ये दर्शा रहे हैं कि दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल को सत्ता में ला कर खुद को ठगा महसूस कर रही है और अपनी गलती सुधारने का प्रयास कर रही है। हालांकि पिछले 10 साल से एम सी डी पर बीजेपी काबिज़ थी तो उसके लिए इस बार अपनी जीत की बढ़त को बढाने का दबाव था जिसमे उसने तो बाज़ी मार ली पर आम आदमी पार्टी यानी अरविंद केजरीवाल जनता का मूड आंकने में पूरी तरह विफल साबित हुए।
केजरीवाल जिस तरह भाजपा को हर बात के लिए दोषी ठहराकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं शायद यही बात जनता को हजम नही हुई जनता चाहती थी कि आप अपने वादे पे खरा उतरे और जो जिम्मेदारी उन्हें दिल्ली की जनता ने दी है उसपर हर स्तर से काम करे पर चुनाव जीतने के बाद केजरीवाल की चाल में जो बदलाव हुआ उससे जनता नाराज़ हुई और नतीजा आप सबके सामने है।
हालांकि आप के पास यहां खोने को कुछ नही था पाने को सबकुछ था मगर उसने जो पाया है वो उस उम्मीद पर खरा नही उतर पाया जिस उम्मीद से जनता ने 70 में से 67 सीट जिताई थी।अब परिणाम आ जाने के बाद केजरीवाल फिर अपनी हार का ठीकरा दूसरी पार्टी पर फोड़ते नज़र आएंगे और दिल्ली छोड़ गुजरात मे ज़्यादा नज़र आएंगे। वाह आप का अंदाज़ ही कुछ हट के है भाई क्योंकि वो फिर यही कहेंगे कि मशीन ही गड़बड़ है उनका काम नही।