लखनऊ, दीपक ठाकुर।समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश को हाथ से जाने नहीं देना चाहती है यहीं वजह है कि वो गठबंधन की तैयारी में है जो लगभग पूरी भी हो जाती पर कुछ ऐसे दल भी हैं जो मौके पे चौका लगाने के चक्कर में गठबंधन होने नहीं दे रहे।
हम बात कर रहे हैं राष्ट्रिय लोक दल पार्टी की वैसे तो उत्तर प्रदेश में ये पार्टी सिर्फ चुनाव के वक़्त ही नज़र आती है वो भी किसी के साथ जाने या बिना मांगे समर्थन देने को पर बात जब पहले से गठबंधन की आई तो इस पार्टी ने भी अपनी वैल्यू को बढ़ा दिया और वो मांग बैठे जो हासिल नहीं कर सकते ऐसे में पेंच यहीं फस गया कि कोसे हो गठबंधन।
राष्ट्रिय लोक दल गठबंधन में 35 सीटें मांग रहा है उसे 25 तक देने में सहमति भी बन रही है पर वो है कि अपनी बात से पीछे नहीं हट रही वहीँ दूसरा दल कांग्रेस भी अपनी ख्याति के विरुद्ध जा कर डिमांड बढ़ाये हुवे है तो अब समाजवादी पार्टी के लिए बड़ी दिक्कत ये खड़ी हो गई है कि उन पर दांव लगाया जाये या अकेले ही चुनाव में कूदा जाये।
गठबंधन की बात तो पार्टी मानने लगी है पर सीटों के चक्कर में औपचारिक घोषणा अटकी हुई है उधर समाजवादी पार्टी टिकटों के चक्कर में भी माथा पच्ची कर रही है समय कम बचा है कैसे इस वैतरणी से पार लगाया जाए ये अखिलेश यादव के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।