जगदलपुर. जिला प्रशासन ने फाइनेंस कंपनियों के खिलाफ मिली शिकायत के बाद बुधवार को चोला मंडलम फाइनेंस कार्यालय में छापा मारा। यहां जांच के दौरान अनियमितता पाए जाने के बाद नायब तहसीलदार आरपी बघेल ने कार्यालय को सील कर दिया है। साथ ही दफ्तर के दस्तावेज इत्यादि को जब्त किया गया है। मामले की जांच जारी है।
किसानों के साथ छलावा करने के दर्जनों मामले लंबित
गौरतलब है कि केसीसी के नाम पर कुछ वाहन डीलर्स एवं फइनेंसर के सांठ-गांठ से किसानों के साथ छलावा करने के दर्जनों मामलों के प्रकाश में आने के बाद कलक्टर धनंजय देवांगन ने सख्त रुख अपनाते हुए फ ाइनेंस कंपनियों तथा वाहन डीलर्स पर नकेल कसने के आदेश दिए थे। इस क्रम में बुधवार की शाम चोला मंडलम कंपनी के स्थानीय दफ्तर में अपर कलेक्टर हीरालाल नायक के निर्देशन में छापेमार कार्रवाई की गई।
दस्तावेज जब्त कर जांच पर्यन्त दफ्तर सील कर दिया
नायब तहसीलदार आरबी बघेल ने पुलिस बल समेत दफ्तर में छापा मारा। इस दौरान आफि स के भीतर रखे कई दस्तावेज जब्त कर जांच पर्यन्त दफ्तर सील कर दिया गया है।
बिना अथॉरिटी के खींचा वाहन बेचना पाया
आरबी बघेल ने बताया कि कंपनी के विरूद्घ वित्तीय अनियमितताएं एवं फ ाइनेंस के नाम पर ग्राहकों से अवैधानिक वसूली करना पाया गया है। यही नहीं वाहनों को खींचकर बिना अथॉरिटी के बेचना पाया गया है। जिसके लिए ग्राहकों को कोरे फार्म भरवाएं जाते हैं। जब्त किए गए सभी दस्तावेजों को सुक्ष्मता से जांच करने हेतु जब्त कर चोला मंडलम कंपनी के कार्यालय को सील करने की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि एक दिन पूर्व भी शहर के जैन मंदिर रोड स्थित मैग्मा फाइनेंस के कार्यालय में इसी प्रकार की अनियमितता पाए जाने के बाद सील किया गया था। इस कंपनी विरूद्ध आवेदिका माया यादव ने मैग्मा फाइनेंस पर ट्रक सीज करने की शिकायत की थी। जिनका ट्रक कंपनी से वापस लेकर कलेक्टोरट कार्यालय में खड़ा किया गया। कांगजी जांच के बाद वाहन को मालिक के सुपूर्द किया जाएगा।
कार्रवाई से फाइनेंस कपंनी में हड़कंप
दो दिन के भीतर प्रशासन की ओर से की गई कड़ी कार्रवाई से फाइनेंस कंपनियों में हड़कंप मचा हुआ है। जिसे लेकर बुधवार की शाम शहर की लगभग सभी फाइनेंस कंपनी व कुछ वाहन डिलर्स की आपात बैठक बस्तर चेंबर ऑफ कामर्स कार्यालय में रखी गई थी।