लखनऊ,दीपक ठाकुर।भैया अब डिम्पल भाभी ने कसम खा ली की विकास करेंगी अगर उत्तर प्रदेश की सत्ता दोबार हाथ लगी तो अब समझ ये नहीं आता जब काम बोलता है का स्लोगन भैया लेकर ही चुनावी राण में कूदे हैं तो इसकी कसम खाने की क्या ज़रूरत आन पड़ी क्या अखिलेश भैया ने पांच साल में उत्तर प्रदेश का विकास नहीं किया आपने तो भैया को ही मुश्किल में डाल दिया भाभी जी ।
ओ ऐसा आपने इसलिए बोला होगा क्योंकि शायद आप ये मानती होंगी की लोग कसम खा कर झूठ नहीं बोलते तभी आपने मोदी जी से भी कह दिया कि वो भी कसम खाएं अब तक खाई नहीं अरे भाभी आपको तो पता ही होगा की जब पार्टी चुनाव जीत जाती है तो सभी मनोनीत नेता कसम खाते है कि वो अपने कार्यों का निर्वाह अच्छे से करेंगे पद की गरिमा बनाये रखेंगे इत्यादि इत्यादि पर क्या सब कसम खा कर ऐसा करते है आप ही बताइये करते है ऐसा अगर करते होते तो पार्टी को बचाने के लिए आपको कसम खानी पड़ती क्या? मोदी जी को उत्तर प्रदेश में भाजपा लाने के लिए इतनी मेहनत करनी पड़ती क्या इस तरह एक दूसरों की कमी निकालनी पड़ती क्या नहीं ना तो फिर ऐसी कसम का क्या फायदा जो खा के भी पूरी ना की जा सके।
माना कि डिम्पल भाभी बहुत अच्छी नेत्री है उनका फोकस यूपी की सत्ता पर भैया की वापसी का है पर कसम खाने की आपको क्या ज़रूरत है जब काम बोल ही रहा है तो और वैसे भी नेता लोग कहाँ कसम खा के कोई काम करते है अगर करते होते तो ये दलबदल और घोटाले और भृष्टाचार का ग्राफ नहीं गिर जाता क्या भाभी आप भी ना सब जानती है फिर भी अब माना कि आपके बोलने के बाद कल को मोदी जी भी कसम खा ले गंगा मैया की तो क्या हो जायेगा गरीबी दूर हो जाएगी के विदेशों से काला धन आ जायेगा या गंगा माँ की सफाई हो जायेगी अरे कुछ नहीं होगा अगर कुछ होगा तो बस वादे और आपने भी सुना होगा वादे हैं वादों का क्या….