लखनऊ-दीपक ठाकुर:NOI।
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत बड़े विरोध के बाद आखिरकार रिलीज हो गई। राजधानी लखनऊ में लगातार विरोध प्रदर्शनों के बीच सिनेमाघरों में फ़िल्म गुरुवार 25 जनवरी को लग गई है। हालांकि करणी सेना ने फ़िल्म को रिलीज होने से रोकने का भरसक प्रयास किया लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन सरकार की जिम्मेवारी थी जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने बखूबी निभाया।
लखनऊ में आज पहले दिन पहला शो को लेकर ज़्यादा भीड़ तो नही दिखी पर जिन्होंने ने भी फ़िल्म देखी तारीफ ही की। वैसे तो करणी सेना आज लखनऊ से गायब ही रही पर उसके सहयोग में क्षत्रिय महासभा के लोग ज़रूर उतरे पर उनका विरोध का अंदाज़ करणी सेना से बिल्कुल अलग था सभी लोग हाथों में तिरंगा और गुलाब का फूल लेकर लालबाग के नॉवेल्टी सिनेमाघर पहुंचे। जहाँ गांधीवादी के तरीके से गुलाब का फूल देकर दर्शकों से पद्मावत फ़िल्म को न देखने का निवेदन करते दिखाई दिए। संजय लीला भंसाली की फ़िल्म पद्मावत ना देखने की अपील की।
इस मौके पर क्षत्रिय महासभा के प्रदीप सिंह ने कहा कि हम लोग सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं इसलिए माँ बहन बेटी की इज्जत उछालने वाली फ़िल्म को न देखें लेकिन जो दर्शक देखना चाहते हैं उन्हें हम फूल के साथ साथ टिकट का पैसा भी देने को तैयार है।
क्षत्रीय महासभा का विरोध करणी सेना के विरोध प्रदर्शन से बिल्कुल जुदा था शायद वो जान चुके थे कि हिंसात्मक प्रदर्शन किसी समस्या का हल नही हो सकता अगर आपको अपनी बात रखनी है तो सही तरीके से लोगो के सामने रखिये ना के उन्हें डरा धमका कर जबरन उनपर अपनी राय थोपिए ये प्रदर्शन यही संदेश देता प्रतीत हुआ।फ़िल्म पद्मावत लग चुकी है दर्शक कल से ज़्यादा आएंगे ये उम्मीद थियेटर मालिको ने की है।