लखनऊ,दीपक ठाकुर। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश का जिम्मा जैसे ही योगी आदित्य नाथ के कंधों पर सौंपा वैसे ही सोशल मिडिया पर एक अजीब सी बहस छिड़ी नज़र आई कई लोगो ने भाजपा के इस कदम का दिल खोल कर स्वागत किया तो कई कुछ सहमे सहमे से नज़र आये कइयों ने आखरी समय तक ये उम्मीद नहीं लगाई थी की योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की बाग़ डोर सौपी जायेगी।
तमाम संदेशों से जो बात साफ़ हो रही थी वो ये थी कि योगी कट्टर हिंदूवादी नेता के रूप में प्रख्यात है जिससे एक वर्ग उनसे सहमा हुआ सा था।मगर योगी आदित्य नाथ एक ऐसी शख्सियत है जिनके नाम से ही कई चेहरे ख़ुशी से खिल भी उठे थे हर जगह योगी और मोदी के जयघोष ने ये ज़ाहिर कर दिया था कि देश में मोदी और प्रदेश में योगी देश की ज़रूरत बन गए हैं।अगर हम देश के प्रधान मंत्री के कार्यों का आकलन करे तो अभी तक उन्होंने जो भी काम किये हैं उसमें सबका साथ सबका विकास दिखाई दिया है और मोदी की पहली पसंद बने योगी आदित्यनाथ ने भी इसी एजंडे पर काम करने की बात कही है तो खौफ किस बात का?
योगी आदित्यनाथ एक ऐसा नाम है जो बुराई बर्दाश्त नहीं करता या ये कहा जाए कि योगी नाम का खौफ उनमे होगा जो ईमानदारी से काम नहीं करते जो अपने पद का सदुपयोग नहीं करते जिनमे बेपरवाही हाबी हो चुकी थी उनका मिज़ाज़ अब ज़रूर बदला बदला नज़र आएगा पर प्रदेश की जनता को इससे विचलित होने की ज़रूरत मेरे हिसाब से बिलकुल नहीं है क्योंकि योगी गलत काम रोकने और सही दिशा में प्रदेश को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आये है तो इस वक़्त उनका स्वागत कीजिये खुले मन से सम्मान कीजिये योगी से जनता ना कभी निराश हुई है ना होगी ऐसी उम्मीद बनाये रखिये क्योंकि उम्मीद पर ही दुनिया टिकी है।