वाराणसी. पीएम नरेन्द्र मोदी जब से बनारस के सांसद बने हैं तब से विदेशी राष्ट्राध्यक्ष भी काशी में आने लगे हैं। पहले जापान के पीएम शिंजो आबे आये थे अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुल मैक्रों यहां पर १२ मार्च को आने वाले हैं। पीएम मोदी की इस पहल से विश्व स्तर पर दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी की पहचान और मजबूत होगी। पीएम मोदी व विदेशी राष्ट्राध्यक्षों का दौरा गंगा आरती व नौका विहार तक ही सिमटता जा रही है जबकि विश्व भर में बौद्ध अनुयायी के लिए आस्था का केन्द्र सारनाथ अभी तक विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के दौरे वाली सूची में शामिल नहीं हो पाया है।
सारनाथ में विदेशी राष्ट्राध्यक्ष तो आते रहते हैं लेकिन अभी तक पीएम मोदी ने यहां की यात्रा नहीं की है। पीएम मोदी के साथ वर्ष 2016 में जापान के पीएम शिंजो आबे आये थे और गंगा आरती देखी थी। इसके बाद जब जापान के पीएम यहां से गये थे तो उन्होंने ट्रवीट करके सारनाथ नहीं जाने पर दु:ख जताया था और कहा था कि अगली बार जब बनारस आने पर सारनाथ जायेंगे। पीएम मोदी भी कई बार अपने संसदीय क्षेत्र आ चुके हैं। काशी विश्वनाथ से बाबा कालभैरव मंदिर में जाकर दर्शन भी किया है लेकिन अभी तक सारनाथ नहीं जा पाये हैं, जबकि सारनाथ भी बौद्ध धर्म के प्रमुख आस्था के केन्द्र में प्रमुख है। फिलहाल फ्रांस के राष्ट्रपति के बाद जर्मनी के भी राष्ट्राध्यक्ष २२ मार्च को बनारस में आने वाले हैं उनका कार्यक्रम बीएचयू में है इसके बाद वह कहां जायेंगे यह अभी तय नहीं हो पाया है।
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सीएम योगी भी नहीं गये सारनाथ
यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद से योगी आदित्यनाथ आधा दर्जन से अधिक बार काशी का दौरा कर चुके हैं लेकिन अभी तक उन्होंने भी सारनाथ का दौरा नहीं किया है। फिलहाल जिला प्रशासन ने पीएम मोगी व फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुल मैक्रों के दौरे के की तैयारी तेज कर दी है अब देखना है कि सारनाथ में पीएम मोदी या कोई विदेशी राष्ट्राध्यक्ष जाता है।