शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI- जनपद में गन्ने की फसल का उत्पाद ज्यादा होता है और धान की फसल का भी पैदावारी अच्छी होती है लेकिन तेज हवाओं व भारी बारिश के चलते किसानों की फसलें धराशाही हो गई है।
बताते चले कि इस बारिश से किसानो के चेहरे तो खिले जब क्षेत्रीय किसान अपने अपने खेतों का हाल देखने के लिए पहुंचे तो फसल देख हैरान हो गए क्योंकि धान की फसल 70% से ज्यादा गिर गई है और गन्ना तो पूरी तरह से जमीन पर छप्पर की तरह पडा हुआ है और रही बात किसानों की जो टमाटर का बीज बेड के लिए बोया गया था वह तो पूरी तरह से बर्वाद हो गया है। जिससे एक तरफ किसानों के चेहरे पर खुशी है तो दूसरी तरफ गम देखने को मिल रहा है क्योकि टमाटर की फसल अब लेट हो रही है। यही नही किसान की अहम व बड़ी फसलें धान व गन्ना जो वारिश के बाद तेज हवाओ जे चलते लगभग 70% फसल धरासाई हो गई है। जिससे फसल पैदावारी में करीब 40% नुकशान हो जायेगा। बस यही से हमारे देश के अन्नदाता का स्तर व स्थिति कमजोर हो जाती है। एक तरफ उनकी मेहनत की उगाई फसल का उचित मूल्य न मिल पाना फिर बिना वर्षा के सूखे की मार और अब अधिक बारिश व तेज हवाओ से धरासाई हुई फसलो का 40 प्रतिशत एवरेज का मर जाना। यही सभी बजह से किसान तंगी की हालत में पहुचता है और फिर आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाता है।