शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI-मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए शासन की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके बावजूद मातृ मृत्यु का सिलसिला नहीं थम रहा है। वहीं, विभागीय अधिकारी इनकी मौत के आंकड़े शासन को भेजने में भी हेराफेरी करते हैं। मातृ मृत्यु के आंकड़ों की सही जानकारी के लिए शासन ने मातृ मृत्यु की सबसे पहले सूचना देने वाले को एक हजार रुपये इनाम में देने की घोषणा की है।
गर्भवती महिलाएं सेहतमंद हो, जिससे स्वस्थ्य बच्चे का जन्म हो इसलिए शासन ने गर्भवती महिलाओं के लिए कई योजनाएं संचालित कर रखी है। इसके बावजूद आकड़ों के अनुसार गर्भावस्था से लेकर प्रसव होने और उससे 42 दिनों तक महिलाओं की मौत हो रही है। हालांकि महिलाओं की मौत की सूचना शासन को भेजने की जिम्मेदारी आशा वर्कर और एएनएम की है। जिनके माध्यम से सीएमओ शासन को सूचना भेजते हैं। इन सबके बावजूद मातृ मृत्यु के आंकड़ों में हो रही हेराफेरी रोकने के लिए शासन ने मातृ मृत्यु की सूचना देने वाले को इनाम के तौर पर एक हजार रुपये देने का ऐलान किया है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक इमरान खान ने बताया कि गर्भावस्था से लेकर प्रसव तक और उससे भी 42 दिन बाद तक यदि किसी महिला की मौत हो जाने की सूचना जो भी टोल फ्री नंबर 18001801900 पर सबसे पहले सूचित करेगा, उसे सरकार की तरफ से एक हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। सूचना देने वाले को अपना नाम, पिता का नाम एवं मोबाइल नंबर और जिस महिला की मौत हुई है उसके बारे में जानकारी बतानी होगी।
मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए शासन ने प्रोत्साहन राशि दिए जाने का ऐलान किया है। जो भी व्यक्ति या महिला सबसे पहले 15 से 49 वर्ष की गर्भवती एवं प्रसूता की मौत हो जाने की सूचना देगा, उसे एक हजार रुपये दिए जाएंगे।
*डॉ. जावेद अहमद सीएमओ*