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Sunday, December 8, 2024

​गाय को मांस मुस्लिम ही नहीं हिन्दू भी खाते है, तो मुस्लिमों पर जान बूझकर अत्याचार क्यों?

जब की सत्य तो यह है मांस केवल मुस्लमान ही नही खाते हैं बल्कि हिन्दू समाज का भी एक बहुत बड़ा हिस्सा मांसाहारी है फिर ऐसे प्रचार से लोग साबित करना क्या चाहते हैं?

गाय के मांस से बुद्धि कम होती है

इस्लाम के प्रवक्ता हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स अ व) के अनुयायी इमाम रज़ा (अ.स) ने अपने एक कथन में फ़रमाया है, कि शिकारी चौपायों (पशुओं) और गाय का गोश्त (मांस) ज्यादा खाने से अकाल (बुद्धि) में फ्तौर(मनोभ्रंश) आता है जहन भद्दा हो जाता है और भूल पैदा होती है.
कई लोगों को लगता है मुस्लमान गाय खाना पसंद करते हैं पर यह ग़लत है क्यों की गाय हिन्दू धर्म में आस्था का प्रतीक है. इस कारण से सभी मुस्लमान हिन्दू भाईओं का सम्मान आदर करते हैं इस लिए मुस्लिम समाज गाय नहीं खाता है, और सभी मुस्लमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत कर रहे हैं. की वे अवेध बूचड़खाने बंद करा रहें हैं.
जैसा के भाजपा का बूचड़खाने बंद करने का तर्क है कि उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार बूचड़खानों को बद करने से जानवरों की हत्या रोक कर उनकी जनसँख्या को बढ़ाने के सफल होंगे, पर यहाँ सवाल यह कि जो इन्सान जहर (शराब) पीकर अपने पुरे परिवार और समाज को रुला रहें हैं उसको कौन रोकेगा ?
और सब से बड़ा सवाल तो यह है की बूचड़खाने बंद होने से जो लोग बेरोजगार होंगे क्या उनका जीवन चक्र चलाने के लिए उत्तरप्रदेश की नई सरकार के पास कोई योजना है?

सोशल मीडिया पर एक जबरदस्त प्रचार किया जा रहा है की हिंदूवादी सरकार ने मुसलमानों का खाना ही बंद कर दिया क्या ऐसे लोगों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता नहीं है जो राज्य में अराजकता फेलाने की कोशिश कर रहें हैं? जब की सत्य तो यह है कि चौपायों का मांस केवल मुस्लमान ही नही खाते हैं बल्कि हिन्दू समाज का भी एक बहुत बड़ा हिस्सा मांसाहारी है फिर ऐसे प्रचार से लोग साबित करना क्या चाहते हैं?
लघु व्यापारियो पर योगी की पुलिस का अत्याचार

खबरे तो यहाँ तक हैं की उत्तरप्रदेश की पुलिस मुस्लिम इलाको में हलीम – चावल के ठेले लगाने वालों पर लाठी मार मार कर उन्हें भगाया जा रहा है. आखिर ऐसे कमज़ोर तबके के लघु व्यापारियो के साथ ऐसा अत्याचार क्यों? जब कि दूसरी तरफ छोला पूडी का ठेला लगाने वाले मजे से अपना कारोबार कर रहा है क्या योगी आदित्यनाथ की सरकार इसी तरह 5 वर्षों तक राज्य में अपना शासन करेगी? इस के अलावा उत्तरप्रदेश की पुलिस जबरन मछली – मुर्गा की दुकाने भी बंद करा रही हैं प्रशन यह है क्या योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तरप्रदेश में मीट-मछली – मुर्गा पर भी पाबन्दी होगी? यदि ऐसा है तो किसानों ,मछली पालकों वे Poultry Farm वालो के भविष्य का किया होगा.
भारतीय संविधान के प्रति निष्ठा रख शपथ लेने वाले ही ,शपथ तोड़ दें तो यह स्पष्ट रूप से संविधान का अपमान है ऐसे लोगो को क्या दंड मिले आप बताये.लेखक चौधरी आदिल सगीर वरिष्ठ पत्रकार

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