लखनऊ,न्यूज़ वन इंडिया-दीपक ठाकुर।विकास के जिस शिखर पर गुजरात आज है वो भारतीय जनता पार्टी की सरकार की वजह से है,ये दावा भारतीय जनता पार्टी चुनाव के दौरान किया करती थी मगर ताज्जुब की बात ये रही के गुजरात चुनाव में भाजपा खुद के विकास का मुद्दा जनता के बीच ना ले जा सकी कारण जानकर आपको भी शौक लगेगा वो कारण है कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गाँधी।
राहुल गांधी ने जिस तरह इस बार गुजरात चुनाव में अपनी रणनीति बनाई उससे भाजपा माने ना माने खुद को संकट से घिरा पाने लगी थी जिस कारण उसने गुजरात चुनाव में एड़ी चोटी का जोर लगाया और जनता के सामने रखी तो सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस पार्टी की नाकामी।
हालांकि इसमें कोई संदेह नही के जब से नरेंद्र मोदी ने गुजरात की कमान संभाली थी उसके बाद से गुजरात मे अभूतपूर्व परिवर्तन भी हुआ उनका शासन अन्य राज्यों में रह रहे लोगो को भी पसंद आने लगा यही वजह भी रही कि देश की जनता ने उन्हें अपना प्रधान मंत्री भी चुन लिया मगर इतने समय तक गुजरात मे राज करने के बाद भाजपा को राहुल गांधी से ख़ौफ़ क्यों पैदा हुआ ये एक बड़ा सवाल है क्या गुजरात की जो तस्वीर भाजपा दिखाती है वो सही है या जो राहुल बोलते हैं वो सही है।खैर अब गुजरात पर सस्पेंस ज़्यादा दिन का नही है 14 दिसम्बर को दूसरे और आखरी चरण का मतदान होने में भी ज़्यादा समय नही बचा है और ना ही नतीजे आने में तो अब देखना ये दिलचस्प होगा कि जनता का मूड इस बार कैसा रहा क्या उसने गुजरात की ज़िम्मेवारी एक बार फिर भाजपा को देने का काम किया या इस बार जनता परिवर्तन के मूड में वोट डालने गई थी।
नतीजा चाहे जो आये पर एक बात इस गुजरात चुनाव में साफ दिखाई दी कि राहुल बाबा अब बच्चे नही रहे पद के साथ साथ उनकी ज़िम्मेवारी भी बढ़ी है जिसका उन्हें एहसास भी है और जो जनता को दिखाई भी दे रहा है नही तो भाजपा अपने ही गढ़ में अपने प्रमुख और ग़द्दावर नेताओं को ना लाती पार्टी का प्रचार प्रसार करने के लिए वाकई लगा इस गुजरात चुनाव में कि यहां मोदी और राहुल की सीधी टक्कर है बस इंतज़ार जीत का सेहरा किसके सर बंधेगा ये देखना बाकी है।