गुजरात में पिछले एक साल में धर्म परिवर्तन के तकरीबन तीन गुना मामले दर्ज किए गए हैं. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पहले के मुकाबले पिछले साल करीब 1000 मामले ज्यादा सामने आए हैं.
इस बढ़ोत्तरी को गुजरात के उना में पिछले साल कथित गौरक्षकों द्वारा कुछ दलितों की पिटाई से जोड़कर भी देखा जा रहा है. उना में जुलाई 2016 में कुछ दलितों की पिटाई का वीडियो सामने आया था. जिसके बाद देशभर में गौरक्षकों के विरोध में रोष प्रकट किया गया.
बीआर अम्बेडकर द्वारा शुरू की गई बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन पीजी ज्योतिकर के अनुसार उना की घटना के बाद से राज्य में तकरीबन 1500 से 1600 धर्म परिवर्तन के मामले दर्ज़ किए गए हैं. इससे पहले सालभर में धर्म परिवर्तन के 500 से 600 मामले आते थे.
ज्योतिकर आगे बताते हैं, “यह उनके रोष प्रकट करने का एक तरीका है, जहां वे अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. जूनागढ़, सुरेन्द्रनगर, पालनपुर, अहमदाबाद, कलोल सहित पूरे गुजरात में दलितों का धर्म परिवर्तन तेजी से हो रहा है.”
अहमदाबाद(पश्चिम) से भाजपा के दलित सांसद बताते हैं, “मुझे लगता है कि गुजरात सरकार को उना मामले में शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन इसके बाद घटना पर सिर्फ राजनीति हुई.”