गोरक्षा को लेकर पीएम मोदी ने गुरुवार को सख्त संदेश दिया और कहा कि हिंसा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकी. साबरमती आश्रम में गाय पर बोलते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए और कहा कि भीड़ की हिंसा किसी भी समाज में स्वीकार्य नहीं हो सकती. पीएम मोदी ने कहा कि विनोबा भावे और गांधी जी से बड़ा कोई गोरक्षक नहीं हुआ. उन्होंने सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया. गोरक्षा के लिए पीएम मोदी ने दिए ये 10 सूत्र-
1. गोरक्षा के नाम पर इंसान को मारना कैसी सेवा
2. क्या किसी इंसान को मारना गोरक्षा है? गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा बंद होनी चाहिए.
3. भीड़ की हिंसा किसी भी समाज में स्वीकार्य नहीं हो सकती
4. विनोबा भावे और गांधी जी से बड़ा कोई गोरक्षक नहीं हुआ. उन्होंने सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया
5. देश को अहिंसा के रास्ते पर चलना होगा
6. गोभक्ति के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं
7. किसी भी
8. महात्मा गांधी के विचारों से जो शक्ति मिलती है, उससे आज के समाज को लड़ने की शक्ति मिलती है
9. हिंसा कहीं भी हो गलत, एक्सिडेंट होने पर लोग एक-दूसरे को मारने पर उतारू हो जाते हैं
10. मरीज की मौत होने पर अस्पताल जला देना कहां तक जायज है
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर हैं. मोदी ने इस दौरान अहमदाबाद के साबरमती आश्रम का भी दौरा किया. पीएम ने वहां पर चरखा भी चलाया. पीएम मोदी ने देश भर में भीड़ के द्वारा हो रही हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया. पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश के वर्तमान माहौल की ओर अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं और अपनी नाराजगी भी व्यक्त करता हूं.