शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI-गोला को छोटी काशी नगरी के नाम से तो लोग जरूर जानते है मगर छोटी काशी गोला से एक सरायन नदी निकलती है सरायन नदी का अस्तित्व खतरे में है और अतिक्रमण का शिकार भी है इस में उपजे जलकुंभी शैवाल आदि भी है अब सरायन नदी कम नाला अधिक हो गई है नदी के दोनों तटों पर अतिक्रमण भी हो रहा है इसमें गोला गन्ना फैक्ट्री का गंदा पानी व गंदगी गिरने से नदी की यह दशा हो गयी हैं सफाई तथा नदी के संरक्षण के लिए कई बार मांग भी उठी लेकिन इस दशा में बैठक से आगे कोई बात नहीं बनी एक तरफ सरकार सफाई अभियान जोरों पर चला रही है लेकिन गोल नगरी में सफाई अभियान केवल कागजों में ही सिमट कर रह गई है आप देख सकते हैं गोला नगरी में हमारे क्षेत्र अधिकारी कितनी सफाई करवा रहे हैं. मुख्यमंत्री के आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां वहां के लोगों ने बताया है व दुकानदारों ने इस सरायन नदी के गंदे पानी से बदबू आती है जिससे यहां पर रहना ‘बैठना ‘ उठना दुश्वार हो रहा है।