अहमदाबाद।पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के संयोजक हार्दिक पटेल ने कहा कि मैंने किसी से टिकट नहीं मांगी और ना मांगूगा। ४ से ५ टिकट के लिए मैं 14 पाटीदारों की शहादत को भूल नहीं सकता हूं। भूलना भी नहीं चाहिए।
कांग्रेस पार्टी की पहली सूची में पास के तीन संयोजकों को टिकट दिए जाने के बाद मचे हंगामे के बाद पहली बार हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद जिले की धोलका तहसील के त्रासद गांव में आयोजित जनसभा में चुप्पी तोड़ते हुए यह बात कही।
हार्दिक ने कहा कि बीते दो दिनों में आपने जो टीवी व मीडिया में देखा सुना उसे भूल जाना। दिमाग पर मत लेना। जिसने आपके ऊपर अत्याचार किया है। उसे गिरा देना है। आपको ऐसा नेता पसंद करना जो विधानसभा में जाए, तो आपकी बात करे। आपको नौकरी देने की बात करे, आपकी शिक्षा की बात करे, ७०-८० प्रतिशत अंक लाए तो उसे सरकारी कॉलेज में प्रवेश मिले ऐसी बात कने वाला हो। किसानों को उनकी फसल का उचित दाम देने की बात करने वाला है।
हार्दिक ने एक के बाद उन्हें उनके साथियों की ओर से उन्हें छोडकर जाने पर कहा कि वह सिर्फ उनके साथ हैं जो उनके मुद्दे पर उनके साथ हैं। उन्होंने जनसभा में खुलकर भाजपा पर निशाना साधा।
हार्दिक ने कहा कि वह खुलकर इसलिए भाजपा का विरोध करते हैं, क्योंकि आजाद राज्य और देश में रहने के बावजूद। अपनी आवाज को बुलंद करने की आजादी होने के बावजूद उनकी आवाज को दबाया जा रहा है। आंदोलन किया तो गोलियां चलाईं गईं। लाठियां मारी गईं।
विकास के मामले में खुली चुनौती
हार्दिक ने विकास के मामले में भाजपा नेताओं को खुली चुनौती देते हुए कहा कि वह इस मामले में भाजपा नेताओं से बात करने के लिए तैयार हैं। विकास के नाम पर जो दावे किए जाते हैं। वह सही नहीं है। हकीकत में तो विकास गुजरात में जन्मा ही नहीं है। अहमदाबाद के रिवरफ्रंट से निकलकर सौराष्ट्र के गांव में जाकर देखो। सच्चाई दिखेगी। २ जी टावर भी नहीं आते हैं। गुजरात में २४ घंटे किसानों को बिजली मिलती नहीं है, फिर भी उत्तरप्रदेश में जाकर इसका दावा किया गया। गुजरात में सबसे ज्यादा किसान दुखी हैं। ७० लाख किसानों पर कर्ज है। आणंद, जामनगर, खेडा, राजकोट, भावनगर और अमरेली में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या करते हैं।