लखनऊ, इरफ़ान शाहिद। मने आपको पहले भी ये बताने का भरपूर प्रयास किया है कि चौक स्टेडियम में किस तरह पैसों की लूट और अव्यवस्था का बोलबाला है पर उससे कोई सीख ना लेते हुए इस स्टेडियम ने अपने ऊपर लगा एक दाग और जाहिर कर दिया है।हम सभी जानते है कि चौक स्टेडियम प्रदेश सरकार के अंडर टेकिंग वो स्टेडियम है जहां हमारे आपके बच्चे कम पैसे में खेल के स्पर्धा में खुद की रुचि को निखारने के लिए जाते हैं पर वहां जा कर जो जो तथ्य सामने आते हैं सभी चौकाने वाले ही होते है एक ओर जहां निजी और सरकारी की गहरी खाई बना दी गई हैं वही दूसरी तरफ प्रेक्टिस संबधित कोई सामग्री तक विभाग द्वारा उपलब्ध नही कराई गई है।
हमारे सूत्र की माने तो चौक स्टेडियम में नया सत्र तो चालू हो गया है लेकिन खेल विभाग द्धारा अभी तक मूलभूत खेल सामाग्रीं नही उपलब्ध कराई गई जिसमे फुटबाल क्रिकेट बाल व खेलने के लिए किट,बैडमिंटन शैटेशल काक,ताईकान्डों किट व अन्य खेलो के समान जिसमे प्रमुता से कबड्डी,हैन्डबाल,बालीबाल,हाकी, बाक्सिंग इत्यादी को खेल सामाग्री उपलब्ध कराई जाय जिससे अंशकालिक प्रशिक्षक अपना सुचारू रूप से कर सके। क्रिकेट का नेट की पिच भी खस्ता हाल है जिससे बच्चों की नेट प्रक्टिंस बन्द हैं।
ऐसे हालात हैं वहां के कि बयां नही किये जा सकते सभी बच्चो पर स्वयं सामान लाने का प्रेशर तो डाला ही जाता है साथ ही प्रेक्टिस के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती ही हो पा रही है यही आलम रहा तो वो दिन दूर नही जब चोक स्टेडियम सिर्फ कमाई का जरिया बन के रह जायेगा जहां रात की दूधिया रोशनी में तो खूब खेल होता है पर जिनको सीखना है उनके लिए कुछ नही रहता।