हिसार। संयुक्त जल संघर्ष समिति के बैनर तले लघुसचिवालय पर किसानों का धरना सोमवार को 22वें दिन भी जारी रहा। प्रशासन द्वारा किसानों की मांगों पर कोई सुध न लिए जाने पर अनाजमंडी में जल संघर्ष समिति के प्रधान कुरड़ाराम नंबरदार के नेतृत्व में महारोष प्रदर्शन किया गया।
अनाजमंडी में एकत्रित किसान।
कुरड़ाराम नंबरदार ने कहा कि किसान 22 दिनों से 2 हफ्ते से नहरी पानी की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं लेकिन सरकार और प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज बिना नहरी पानी के किसानों की हालत बदतर हो चुकी है। बरवाला ब्रांच के अंतर्गत आने वाले किसानों की जमीन और मकान कहने को तो उनके हैं, लेकिन वो बैंक और साहूकारों के पास गिरवी पड़े हैं।
जब प्रशाशन को किसानों के रोड शो की भनक लगी तो एसडीएम और डीएसपी जितेंद्र को किसानों को समझाने अनाजमंडी भेजा गया और वहीं पर ही उनका ज्ञापन लेने और मांगों को सुनने की बात कही गयी। संयुक्त जल संघर्ष समिति के प्रधान कुरड़ाराम नंबरदार और एसडीएम परमजीत सह चहल के बीच बातचीत भी हुई। मगर किसान लघु सचिवालय पर चल रहे धरने तक रोड शो निकालने पर अड़े रहे और एसडीएम ये रोड शो नहीं रोक पाए।
रोष प्रदर्शन में 80 गांवों के हजारों किसानों ने अनाजमंडी में इक्ठठे होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। करीब 2000 ट्रैक्टर और ट्रालियां लेकर किसानों के शहर में आने से पूरे शहर में करीब 3 घंटे तक ट्रैफिक लग गया, जिसे संभालने के लिए पुलिस और प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
किसानों की संख्या को देखते हुए पड़ोस के जिलों से 200 पुलिसकर्मियों को हिसार बुलाना पड़ा। इसके अलावा 4 कंपनियों को सुरक्षा के लिहाज से लघु सचिवालय में तैनात किया।
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सुबह करीब साढ़े 11 बजे हजारों किसान ट्रैक्टर और ट्रालियों पर सवार होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अनाजमंडी पहुंचे। किसानों ने सरकार को चेताया कि अगर इस बार उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो किसान आरपार की लड़ाई लड़ेगा।