दीपक ठाकुर:NOI।
जल ही जीवन है ये बात हमको कई माध्यमो से समझाने का प्रयास किया जाता है जिसे हम बखूबी समझते भी हैं,पर यही बात उस विभाग को क्यों नही समझाई जाती जो हमको ये जल भेजता है उपयोग करने के लिए क्यों वो इस पूरे स्लोगन को शर्मसार करने में लगा है ये बात समझ नही आती।आप इन बोतलों में जो पानी देख रहे है उसे देख कर आपको कतई नही लगेगा कि ये पानी है वो भी वो पानी जो ठाकुरगंज लाल कालोनी में ट्यूब बेल से सप्लाई किया जाता है पानी ऐसा सप्लाई होता है कि नल खोलते ही पहले नाक बंद करनी पड़ जाती है क्योंकि इस पानी मे सीवर का पानी मिला होता है।
जलकल विभाग जोन-2 के कैम्प कार्यालय में इसकी कई बार शिकायत की गई पर वहां के जेई कहते है कि फण्ड की कमी के कारण वो पाईप लाईन दुरुस्त नही करा पाएंगे।बताइये उनके फण्ड ना मिलने का खामियाजा आम जनता कब तक भुगतती रहेगी कब तक लोग इस पानी से बीमार होते रहेंगे।
ऐसा नही है कि हम पहली बार ये समस्या ज़िम्मेदार लोगो तक पहुचाने का प्रयास कर रहे है इससे पहले भी हमने कई बार ठाकुर गंज लाल कालोनी में व्याप्त इस समस्या को कई बार कई माध्यमो से उठाया है पर अफसोस अभी तक किसी ने ना ही इस समस्या को गंभीरता से लिया और
ना ही विभागीय लोगो को उनके गैर जिम्मेदराना व्यवहार के लिए फटकार लगाई जिसका नतीजा यही है कि गंदा पानी पी कर लोग अस्पताल तक पहुंच रहे हैं और कार्यालय में ताला लटका रहता है।पैसा मांगने वालों की तो भीड़ लगी रहती है पर समस्या सुनने वाला कोई नही मिलता।अब ऐसे में लालकालोनी वाले कैसे समझेंगे के जल ही जीवन है क्योंकि इनके घरों में आना वाला जल तो जीवन जीना ही दूभर किये है।