लखनऊ,दीपक ठाकुर। लाउडस्पीकर एक ऐसा माध्यम है जो आपकी आवाज को दूर तक पहुंचाने का काम करता है इसके बिना ना किसी पार्टी में रौनक आ सकती है ना कोई नेता इसके बगैर लोगों की तालियां ही बटोर सकता है इसी लाउडस्पीकर की आवाज़ आपको रोडपति से करोड़पती भी बना सकती है ये बात गायक सोनू निगम से अच्छी कौन समझ सकता है भला।
सोनू ने जब अपने संगीत का कैरियर शुरू किया तो उनकी आवाज़ को लोगों ने पसंद किया जब वो माता के जागरण गया करते थे तो लोग दूर बैठे ही उनके साथ जयकारे लगाया करते थे जिसका कारण था सिर्फ एक और वो था लाउडस्पीकर क्योंकि उसी से सोनू की आवाज़ एक जगह बैठे रहते हुए भी दूर दूर तक जाया करती थी।
सोनू जब कहीं प्रोग्राम करते तो जाहिर है वहां अच्छी ब्रांड का लाउडस्पीकर ही लगता होगा क्योंकि ज़्यादा लोगो तक आवाज़ पहुंचाने के लिए इससे बेहतर और कोई विकल्प ही नही होता और अच्छा पैसा आपको तभी मिलता होगा जब भीड़ ज़्यादा होती होगी ये बात भी आप जानते है।
तो सोनू साहब आपको लाउडस्पीकर अब क्यों चुभ रहा है क्या अब अपना मुकाम हासिल करने के बाद आप उसकी अहमियत को नकार रहे है या अब आपको ये इस लिए खराब लग रहा कि इससे आपकी दिनचर्या जो ज़ाहिर तौर पर असंतुलित होगी उस पर असर पड़ रहा है।
वैसे कहते है ना के किसी का एहसान भूलना नही चाहिए नही तो पाप लगता है शायद यही पाप आपको लग गया जो बिना किसी ठोस वजह के आपने खुद ही अपना सिर मुंडवा लिया खैर सोनू जी आप एक बेहतरीन गायक है उसमें कोई संदेह नही पर ऐसा ट्वीट ना किया कीजिये जो आपके लिए ही ट्विस्ट साबित हो जाये लाउडस्पीकर के माध्यम से आप वही सुख की अनभूति करिये जो औरों को कराते थे अच्छा सुनिये अच्छा ही लगेगा।
और एक बात सोनू जी को समझनी चाहिए कि हम हिंदुस्तानी है जहां सबके दिलों में सभी धर्म के लिए मान सम्मान एक जैसा है हमको गुरुबानी भजन और अज़ान सुनने में अच्छा लगता है वो इसलिए क्योंकि इससे हम खुद को ईश्वर के करीब समझते हैं कुछ पल के लिए हमारा मन शांत रहता है जो निहायत ही जरूरी है क्योंकि आज कल के माहौल में इतना वक़्त कोई नही निकाल पाता कि हर टाइम की नमाज़ अदा करने मस्ज़िद जाए या भगवान के मंदिर जा कर माथा टेके उनकी वंदना करे तो कम से कम लाउडस्पीकर से हमे वो सब अनुभव तो हो ही जाता है तो इसमें हर्ज क्या है आप क्यों ये दलील दे रहे कि पहले तो कुछ नही था तो अब क्यों तो अरे भाई साहब पहले तो आप भी कुछ नही थे आज हैं तो हंगामा बरपा रहे है क्यों सही कहा ना तो जो नही था उसे ना याद करिये जो है जो हमको आपको मिल रहा है उसका इस्तकबाल कीजिये।