लखनऊ,दीपक ठाकुर। आजकल एस टी एफ जिस तरह पेट्रोलपम्पों पर कहर बरपा रही है उससे पेट्रोलपम्प मालिक सकते में हैं और जनता सोच में,जनता सोच में इसलिए क्योंकि अभी तक कि कार्यवाही में जितने पेट्रोलपम्प सीज़ हुए वो लोगों की नज़र में उनसे बेहतर थे जो ज़्यादा लूट रहे थे जनता अब उस ओर टकटकी लागए बैठी है कि उनका नंबर कब आएगा जिसने उनको लुटा है।
पुराने लखनऊ में जितने भी पेट्रोल पंप हैं सभी लगभग काला बाजारी की इस दौड़ में शामिल हैं जनता को लूट कर सभी धनवान होने की होड़ में लगे हैं और ऐसे ही लोग अब अपने कुकर्म को छिपाने की भी जद्दोजहद में लगे हैं जिसका एक मामला कल ही सामने आया जहाँ जांच के डर से मशीन ही सर्विस कराने लगे फिर भी सीज हो गए ऐसे ही कई वो पेट्रोलपम्प जो चिप व अन्य माध्यम से पेट्रोल की चोरी कर रहे थे उन्होंने फिलहाल इस काम पर ब्रेक लगा दिया है ताकि उनकी साख बची रहे।
सीज हुए पेट्रोल पम्प का लाभ अब उनको मिल रहा है जिन तक अभी जांच की आंच पहुंची नही है फिलहाल उनके पेट्रोल पम्प पर बम्पर भीड़ दिख रही है और उनका पुराना ढर्रा भी वैसे का वैसा ही है इसी भीड़ में हमने कुछ लोगो से बात की तो उनका कहना था कि हर पेट्रोलपम्प धांधली करता है ये बात तो तय है पर हमारी मजबूरी है कि तेल इनसे ही लेना पड़ता है उन्होंने कहा कि एस टी एफ की इस कार्यवाही से वो काफी सुकून महसूस कर रहे हैं पर उन्हें इस बात का भी डर है कि कहीं कारवाई पूरी होने के बाद ये फिर अपना पुराना रुख ना इख्तियार कर लें।
जनता के मन का डर सही भी है फिलहाल जो पेट्रोलपम्प अपनी सेवा दे रहे हैं वो सौ प्रतिशत सही हो ऐसा कहना मुश्किल है क्योंकि भीड़ भाड़ में तो उनको और भी मौका मिल रहा होगा जनता को लूटने का।तो ऐसे में सरकार को ऐसी व्यवस्था करने चाहिए कि महीने में एक बार कभी भी ऐसी ही चेकिंग की व्यवस्था बनाये ताकि पेट्रोलपम्प वालों के मन मे चोरी ना करने का खौफ हो और जनता बेखौफ होकर कहीं भी पूरे पैसे का पूरा पेट्रोल भरवा सके।