लखनऊ:NOI। आज दिनांक 10/12/17 को प्रेस क्लब लखनऊ में आहूत हुई! बैठक की अध्यक्षता संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ह्रदयेश दुवे व संचालन प्रदेश महामंत्री पारस वर्मा ने किया! बैठक मे टेट पास शिक्षामित्रों के हितों मे शासन स्तर से जल्द से जल्द नीति जारी करने के लिए कल बिभागीय अधिकारियों व माननीय मुख्यमंत्री जी से समय लेकर शीघ्र मुलाकात करने के बिन्दु पर सर्व सहमति से निर्णय किया गया! साथ ही आगामी शिक्षक भर्ती के शासनादेश के जारी होने के बाद अगर लगेगा कि अब तक हुई शासन स्तर पर वार्ताओ मे जो आश्वासन संगठन को दिया गया था! उससे अलग हटकर नीति निर्माण किया गया है! और वह टेट पास शिक्षामित्रों के सम्बन्ध मे हितकर नही है! तो संगठन माननीय सुप्रीम कोर्ट के 25 जुलाई के फैसले को आधार बनाकर शासन की नवीन नीति को सुप्रीम कोर्ट में सीधे चैलेन्ज किया जायेगा! जिसके लिए संगठन के बिधिक सलाहकार मंगल त्रिवेदी जी के नेतृत्व मे एक पांच सदस्यीय टीम न्यायालय मे पैरवी हेतु आज गठित कर दी गई है! साथ ही उत्तराखंड के बेस पर माननीय सुप्रीम कोर्ट मे बरिष्ठ अधिवक्ताओं से वार्ता चल रही जल्द ही एक याचिका दायर की जायेगी! इसके साथ ही आज की बैठक को सम्बोधित करते हुये संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ह्रदयेश दुवे ने कहा कि उत्तर प्रदेश के टेट पास शिक्षामित्र घबराये ना परिस्थितियों के अनुसार संगठन सही दिशा मे प्रयत्नशील है! और भविष्य के प्रति जागरूक होकर अगर टेट पास शिक्षामित्रों का तन, मन, धन से सहयोग एवं सानिध्य प्राप्त हुआ तो शिक्षक बनने के साथ -साथ पुरानी बरिष्ठता बचाने का पूरा प्रयास किया जायेगा!
प्रान्तीय महामंत्री पारस वर्मा ने अपने सम्बोधन मे कहा कि टेट पास शिक्षामित्र संगठन प्रबुद्ध जनों का संगठन है! और भविष्य के लिये सभी पहलुओं पर गहन अध्ययन करके विधिक सलाहकारों की राय से अपनी रणनीति पर काम कर रहा है! जिसके हम सफलता की ओर जरूर अग्रसर होगे, इसके साथ ही संगठन के विधिक सलाहकार मंगल प्रसाद त्रिवेदी जी ने सभी बिन्दुओं पर विधिक विस्तृत जानकारी दी, बैठक को प्रदेश प्रभारी राजेन्द्र दीक्षित, प्रदेश कोषाध्यक्ष देशराज सिंह, प्रदेश महासचिव अनुज त्रिपाठी, प्रदेश प्रवक्ता चौधरी वीरेन्द्र सिंह, प्रदेश मंत्री आशीष दीक्षित, कंचन जायसवाल, प्रदेश सचिव संजीव तिवारी, लखनऊ मंडल महामंत्री आमोद सिंह सहित दो दर्जन से अधिक जनपदों से आये जिलाध्यक्षों व महामंत्रियों ने भी अपने अपने सुझाव व विचार सम्बोधन मे रखे!