इरफ़ान शाहिद, न्यूज़ वन इंडिया। ठाकुरगंज के गऊघाट में मंगलवार की सुबह जो घटना घटी उसने लोगों को सकते में डाल दिया है।जिस सनसनी ख़ेज़ वारदात ने ठाकुरगंज पुलिस पर आरोप खड़े किए हैं वो ये है कि पीड़ित परिवार के मुताबिख उनका 25 वर्षीय पुत्र अजय डाला चला कर अपना परिवार चला रहा था पर ठाकुरगंज पुलिस बीते कुछ दिन से उसको किसी हत्या के आरोप में फसाने का प्रयास कर रही थी जिस कारण ही पुलिस ने उसके घर पर रात में दबिश भी डाली और उसका डाला भी कब्ज़े में ले लिया था।
पीड़ित पक्ष की माने तो पुलिस की इस तरह की कार्रवाई से अजय काफी दुखी हुआ वो कहता था कि उसने कोई गलत काम नही किया है फिर भी पुलिस उसको और उसके परिवार को परेशान कर रही है यही कारण रहा के अजय ने सुबह घर मे ही फाँसी का फंदा लगा कर जान दे दी
इस आत्महत्या की घटना के बाद गऊघाट पर सन्नाटा पसर गया लोगों की भीड़ तो थी पर खामोश माहौल में सवालों का दौर भी था पीड़ित परिवार शव रख कर ठाकुरगंज पुलिस पर कार्रवाई की मांग करता नजर आ रहा था तो वही पुलिसकर्मी शव को पोस्टमार्टम हाउस तक भिजवाने की जद्दोजहद में जुटे थे।पर सवाल वही का वही खड़ा था कि आखिर अजय ने फाँसी क्यों लगाई अब उसके जाने के बाद इसका जवाब मिल पाना भी मुश्किल ही है पर पीड़ित परिवार तो अभी भी यही कह रहा है कि अजय को खाकी ही खा गई है।
पुलिस पर इस तरह के आरोप वैसे तो कई बार लगे हैं कि किसी पक्ष को पुलिस परेशान कर रही है पर उसकी कार्रवाई किसी की जान ले ले ये मामला अपने आप मे अलग ही नज़र आ रहा है अब सच्चाई क्या है इस बात का खुलासा आलाकमान ही कर सकता है अगर पूरे मामले को संजीदगी से लिया जाए तो।