दिल्ली में थप्पड़ पर बवाल थमने का नाम नही ले रहा है।एक तरफ मामला कोर्ट में लंबित है वो विधायक जेल भेजे गए हैं जिन पर मारपीट का आरोप लगा है।वही दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी कह रही है कि चीफ सेक्रेटरी का इल्जाम बेबुनियाद है लेकिन यहां एक पेंच और तब लग गया जब केजरीवाल के सचिव ने अपना बयान दर्ज करा दिया कि वहां हाथपाई हुई है वो भी मुख्यमंत्री की मौजूदगी में।
अब देखिए इन सब के बाद क्या होता है,होता ये है कि आम आदमी पार्टी के एक और विधायक माल्यान जी ने भरी सभा मे कह दिया कि जो अधिकारी जनता के काम को नही करेगा उसके साथ ठुकाई होगी।अब इस बयान का ये मतलब भी निकाला जा सकता है कि उस दिन जो हुआ वो आप की मंशा का ही नतीजा था।हालांकि आप ने विधायक के बयान की निंदा की है पार्टी का कहना है कि वो सबसे प्रेम पूर्वक व्यवहार करते हैं उन्हें राजनैतिक साजिश के तहत परेशान किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात आखिरकार रख ही दी है उनका कहना है कि जांच हो रही अच्छी बात है इससे सब साफ हो जाएगा वही जज लोय की हत्या पर ऐसी सघनता से जांच क्यों नही हो रही इसपर भी सवाल खड़ा कर दिया।
यहां एक बात ये भी गौर करने वाली है कि अगर आप पर कोई आरोप लगता है तो उस पर सारा सिस्टम सघनता से जुट जता है पर जब आप कोई आरोप किसी पर लगाती है तो उसका कोई पुरसाहाल नही लेता ऐसा क्यों शायद कहावत सही है कि नया नौ दिन पुराना सौ दिन।