भूकंप के झटकों से ताइवान में एक होटल की इमारत झुक गई।
ताइपे. ताइवान के ईस्टर्न हिस्से में मंगलवार देर रात को तेज भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मैग्नीट्यूडमापी गई। भूकंप के असर से कई इमारतें गिर गई, जिससे दो लोगों की मौत और 144 लोगों के घायल होने की शुरुआती खबर है। हताहतों की संख्या बढ़ सकती है, दर्जनों मकानों के गिरने की खबर है। भूकंप लोकल वक्त के मुताबिक 11:50 बजे आया। खबर लिखे जाने तक राहत और बचाव कार्य जारी है।
10 मंजिला बिल्डिंग के मलबे में कई लोग फंसे
अमेरिकी ज्योग्राफिकल सर्वे के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई। इसका केंद्र बंदरगाह शहर हुआलिएन से ईस्टनॉर्थ में 21 किमी दूर जमीन में 9.5 किमी की गहराई में था। भूकंप से हुआलिएन शहरके मार्शल होटल की 10 मंजिला बिल्डिंग का ग्राउंड फ्लोर गिर गया और बाकी के फ्लोर लटक गए। मीडिया एजेंसी के मुताबिक, इसके मलबे में 30 लोग फंसे हैं। बता दें कि समुद्र तट पर बसा हुआलिएन शहर ताइवान का फेमस टूरिस्ट स्पॉट है, जहां करीब 1 लाख लोग रहते हैं।
ताइवान के प्रेसिडेंट ने कही राहत और बचाव कामों में तेजी लाने की बात
ताइवान के प्रेसिडेंट ऑफिस से जारी बयान के मुताबिक,ताइवान प्रेसिडेंट साइ इंग वेन ने कैबिनेट और रिलेटेड मिनिस्ट्रीज से तुरंत राहत और बचाव कामों में तेजी लाने को कहा है।
रविवार से भूकंप के 100 छोटे झटके आ चुके हैंइस इलाके में
– इस इलाके में रविवार से भूकंप के 100 छोटे झटके आ चुके हैं। हालांकि, किसी तरह की सुनामी की कोई अलर्ट नहीं था। ताइवान के ताइनान में दो साल पहले इतनी ही तीव्रता के भूकंप में 100 लोग मारे गए थे। वहीं 1999 में 7.6 की तीव्रता के आए भूकंप में 2400 लोग मारे गए थे।
क्यों आता है भूकंप?
– पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं जो लगातार घूम रही हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
– बता दें कि ताइवान दो टेक्टॉनिक प्लेट्स के जंक्शन पर बसा हुआ है। इसके चलते यहां आए दिन भूकंप आते रहते हैं।
– साल 1999 में ताइवान में भूकंप ने काफी तबाही मचाई थी। उस दौरान 7.6 मैग्नीट्यूट के भूकंप में 2400 लोग मारे गए थे।
कितनी तबाही ला सकता है भूकंप?
रिक्टर स्केल असर
0 से 1.9 सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
2 से 2.9 हल्का कंपन।
3 से 3.9 कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर।
4 से 4.9 खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं।
5 से 5.9 फर्नीचर जैसा भारी सामान तक हिल सकता है।
6 से 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
8 से 8.9 इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
9 या उससे ज्यादा 9 और उससे ज्यादा पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी। समंदर नजदीक हो तो सुनामी
– भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।