लखनऊ, दीपक ठाकुर। सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम माना जाता है जहां लोग अपना हालेदिल बयां करते है कई बार सोशल मीडिया पर डाला गया पोस्ट शासन प्रशासन की आंखे तक खोलने का काम करता नजर आ भी चुका है तो कई बार इसी मीडिया के ज़रिए लोगो को इंसाफ भी मिला है।इसी मीडिया ने केंद्र सरकार बनाने में भी बड़ा योगदान दिया है पर तब से अब तक यही मीडिया केंद्र सरकार कि आलोचना करने से भी नही कतरा रहा है।
देखा ये भी गया है कि सोशल मीडिया आम जनता की आवाज़ मानी गई है क्योंकि इसके दायरे में आम से ले कर खास तक आते हैं।तो आइए अब बात करते है केंद्र सरकार की सोशल मीडिया पर हो रही किरकिरी की।सोशल मीडिया पर किसी ने केंद्र की भाजपा सरकार के वादों को ले कर एक पोस्ट जारी किया है जिसमे शीर्षक लिखा है साल का बेहतरीन चुटकुला।और उसके मुख्य पात्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़ दिया गया है ये चुटकुला जिस किसी के पास गया सभी इस पर खिलखिलाए बिना नही रुक पाये और उसे औरों को भेजते रहे।
अब सवाल ये उठता है कि अभी केंद्र की सरकार ने अपने तीन साल पूरे किए जिसे तीन साल बेमिसाल का नाम दिया गया पार्टी के महासचिव से ले कर प्रधानमंत्री तक ने अपने शासन काल की दिल खोल कर तारीफ की अपनी योजनाओं को जनता से जुड़ी योजनाएं बताकर खूब वाह वाही भी की जिसका सिलसिला अभी तक बदस्तूर जारी भी है।
पर सोशल मीडिया आखिर उनके कामो और वादों को चुटकुले का पात्र क्यों मान रही है ये बात जनता तो समझ रही है पर शायद हमारी केंद्र सरकार नही समझ पा रही या समझना नही चाहती।
आपको भी याद होगा कि मोदी सरकार आने से पहले अच्छे दिन की बात ने हर तरफ ज़ोर पकड़ा था इसका इतना प्रचार भी हुआ कि बच्चा बच्चा अच्छे दिन आने वाले हैं कहते नही थकता था पर आज वो बच्चा भी शायद अच्छे दिन की तलाश में कही जुटा हुआ है तभी नज़र नही आ रहा हैं।पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कहते है कि जिनको योजनाओं का लाभ मिल रहा है उनके अच्छे दिन आ गए है कमाल है सरकार को क्या उन्ही लोगों ने चुना था जिनको योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है या वाकई आम जनता को इसका लाभ हुआ है ये तस्वीर भी साफ नही हो पा रही है क्योंकि अगर वाकई सब अच्छा होता तो सोशल मीडिया केजरिवाल और केंद्र सरकार को एक ही तराजू से ना तोलता जब दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर चुटकुला बनता है तो लगता है वाकई वहां की जनता को सपने दिखा के इस पार्टी ने गुमराह किया होगा पर हक़ीक़त से कोई वाकिफ नही है अब यही हाल केंद्र सरकार का सोशल मीडिया पर दिखाई दे रहा है तो इसको क्या समझा जाये आप खुद ही तय कर लीजिए।
जहां तक हमे लगता है कि केंद्र की मोदी सरकार हर स्तर पर औरों से बेहतर काम कर रही है और उम्मीद भी उसी सरकार पे जा कर टिक रही है पर सरकार को जनता से सरोकार होना लाजमी है योजना ऐसी हो जिससे जनता को सीधा और सरल तरीके से लाभ मिले पर यहां हो कुछ और रहा है शायद यही वजह है कि अब केंद्र सरकार भी सोशल मीडिया के निशाने पर है शायद इसी रूप में जनता की आवाज़ सरकार तक पहुंचे और चुटकुला कुछ बदला सा नज़र आये।