लखनऊ,न्यूज़ वन इंडिया-दीपक ठाकुर। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिया की सकुशल वापसी के बाद की गई प्रेसवार्ता ने विरोधियों के स्वर को बल देने का काम किया है।जिस तरह की बातें और जो हावभाव प्रवीण तोगड़िया ने पत्रकार वार्ता में दिखाए उससे ये बात तो साफ हो गई के वो काफी डरे हुए है पर ये डर किसका है ये वही जान सकते हैं क्योंकि उन्होंने खुल कर अभी तक किसी का नाम नही लिया है हाँ ये बात अलग है कि सरकारी एजेंसी को उन्होंने ज़रूर अपने डर की एक मुख्य वजह बताया है।
सरकारी एजेंसियों की कार्यवाही पर विपक्षी दल पहले से ही सरकार पर हमलावर दिखाई देते थे पर अब जब विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने भी उनके सुर में सुर मिला दिया तब क्या था उनकी आवाज़ को पर मिल गए और कह गए के प्रवीण तोगड़िया के साथ भी वही हो सकता था जो जज लोया के साथ हुआ।
ये आरोप लगाया है कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने उनका साफ कहना था कि दोनों मामले एक जैसे ही है और उस मामले में विरोधी किसको निशाने पर ले रहे हैं ये बात भी किसी से छिपी नही है।