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Wednesday, January 15, 2025

​तो फिर केशव प्रसाद मौर्या नहीं लड़ेंगे चुनाव, मायावती ने बिगाड़ी बीजेपी की रणनीति

वाराणसी. बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर बीजेपी की नींद उड़ा दी है। इसके बाद मायावती ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या द्वारा फूलपुर संसदीय सीट छोड़े जाने के बाद वहां से महागठबंधन प्रत्याशी के रुप में उपचुनाव लडऩे की तैयारी ने बीजेपी को बैकफुट पर ला दिया है। सूत्रों की माने तो अब केशव प्रसाद मौर्या अपने संसदीय सीट से इस्तीफा नहीं देंगे। हालांकि बीजेपी ने इस संदर्भ में किसी प्रकार की अधिकारिक जानाकरी साझा नहीं की है।

पीएम नरेन्द्र मोदी के लहर के चलते यूपी में बीजेपी प्रचंड बहुमत से चुनाव जीत चुकी है। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ को यूपी की कमान दी गयी है और केशव प्रसाद मौर्या को डिप्टी सीएम बनाया गया है। सीएम योगी व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या दोनों ही क्रमश: गोरखपुर व फूलपुर से सांसद हैं। दोनों ही वरिष्ठ नेताओं को सीएम व डिप्टी सीएम बनने के बाद अपनी संसदीय सीट छोडऩी है। राष्ट्रपति चुनाव के चलते दोनों नेताओं ने इस्तीफा नहीं दिया था और अब इस्तीफा दे सकते हैं, लेकिन इसी बीच मायावती ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है, जिसके चलते बीजेपी ने अपनी रणनीति बदलनी की तैयारी शुरू कर दी है।

तो फिर डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देंगे केशव प्रसाद मौर्या

बीजेपी सूत्रों की माने तो पार्टी इस रणनीति पर मंथन करने में जुटी है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को केन्द्र में मंत्री पद दे दिया जाये। इसके बाद केशव प्रसाद मौर्या को यूपी का डिप्टी सीएम पद छोडऩा होगा। इससे बीजेपी को बड़ा फायदा होगा। एक तो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को फूलपुर संसदीय सीट नहीं छोडऩी होगी। साथ ही बीजेपी को इस सीट पर होने वाले संभावित उपचुनाव में हार का डर खत्म हो जायेगा।

मायावती लड़ेगी चुनाव तो बीजेपी को होगा बड़ा नुकसान

फूलपुर संसदीय सीट खाली हो जाती है तो यहां पर उपचुनाव होगा। चर्चा है कि मायावती यहां से उपचुनाव लड़ सकती है। इसके लिए उन्हें महागठबंधन का प्रत्याशी बनाया जा सकता है। यदि ऐसा होता है तो बीजेपी का यह सीट जीतना मुश्किल होगा। महागठबंधन एक भी सीट जीत जाती है तो संसदीय चुनाव 2019 में महागठबंधन बहुत मजबूत हो जायेगा। ऐसे में बीजेपी को महागठबंधन से कड़ी चुनौती मिलना तय है, इसलिए बीजेपी नहीं चाहती है कि फूलपुर संसदीय सीट पर उपचनुाव हो। फिलहाल तो सबकी निगाहे केशव प्रसाद मौर्या पर टिक गयी है अब देखना है कि वह क्या निर्णय करते हैं।

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