लखनऊ, इरफ़ान शाहिद। सरकार ने पेट्रोलपम्पों पर उनकी कार गुज़ारी के खिलाफ मुहिम क्या छेड़ दी पेट्रोल पम्प वाले मानो खिसियाने से हो गए जो अपनी खीज ग्राहकों को परेशान कर आये दिन निकाला करते नज़र आते हैं।ऐसा ही पुराने लखनऊ की ठाकुर गंज दूध मंडी पर बना एक मात्र पेट्रोलपम्प है जो सरकारी मानक में पास हो कर चल तो रहा है मगर यहां का स्टाफ अपनी मर्ज़ी के बिना एक काम तक नही करता वो भले खाली बैठा हो बम्पर भीड़ भी लगी हो पर क्या मजाल है कि बन्दा आपको पेट्रोल दे कर रुखसत कर दे वो तब तक हरकत में नही आता जब तक ग्राहक गुस्सा ना करें।कुछ ऐसा ही वाक्य त्योहार के दिन भी उसी पेट्रोलपम्प पर दिखा।
बकरीद के मौके पर वैसे तो शासन प्रशासन पूरा एलर्ट है कि किसी को कोई दिक्कत ना हो पर पेट्रोलपम्प वालो को इससे कोई लेना देना हो ऐसा मुझे तो नही दिख पाया।त्योहार की सुबह तकरीबन साढ़े 6 बजे जब मैं खुद उस पेट्रोल पम्प पर ये जानने के लिए पहुंचा के आज उनकी कार्यशैली कैसी ही देखा जाए तो कोई खास फर्क नही दिखा रोज़ की तरह ही वहां के स्टाफ की मनमानी का दौर जारी था।घड़ी में पौने सात होने के थे ग्राहक रस्सी फांद कर अंदर तक पहुंच गए बाकी बाहर पेट्रोलपम्प खुलने का इंतज़ार करते रहे पर उनके कान पर जु तक नही रेंगी।हालांकि वही एक बोर्ड पर टाइमिंग तो सुबह 6 से रात 10 बजे तक का चस्पा है पर लिखवाने में और अमल करने में फर्क होता है ये बात इन्होंने ग्राहकों को बेहतर तरीके से समझा दी।
तस्वीरों में आप देख ही रहे होंगे गाड़िया अंदर बाहर खड़ी हैं रस्सी से रास्ता रोका हुआ है और समय 7 बजे का हो गया है जब भीड़ बढ़ने लगी तो शायद उनको त्योहार के दिन ग्राहक की ज़रूरत का एहसास हुआ और पेट्रोल वितरण चालू किया गया मेरे ख्याल से वहां जितने भी लोग इंतज़ार में थे सभी उस पेट्रोलपम्प को यह कह कर ही कोस रहे थे कि मौके का फायदा यही पेट्रोलपम उठा रहा है।
आपको बता दें कि दुबग्गा से चौक चौराहे के बीच एक यही पेट्रोलपम्प है जो अपनी सेवा दे रहा है बाकियों की बत्ती चिप ने गुल कर रखी है इसका मतलब ये नही के ये दूध के धुले हैं बस इनका तरीका जुदा है काम लगभग एक ही है ऐसा ना होता तो यहां से आयेदिन झड़प की खबरें ना आती।
खैर कहावत भी है जो पकड़ा गया चोर है बच गया सयाना है तो दूध मंडी का ये पेट्रोल पम्प काफी सयाना है जो कम तोल कर भी पेट्रोल दे तो रहा है वरना पुराने लखनऊ में तो पेट्रोल का एक अजीब सा संकट ही खड़ा हो जाता लेकिन इनकी मनमानी और गैरज़िम्मेदाराना व्यवहार ग्राहकों को काफी परेशान करता ही नज़र आता है इस पर इस पेट्रोलपम्प मालिक को गौर करना ज़रूरी है।क्योंकि कोई भी काम विश्वास और कार्यकुशलता के बूते सफल होता है अड़ियल रुख से नही जो फिलहाल इस पेट्रोलपम्प कि विशेषता और चर्चा का विषय भी बना हुआ है।