दीपक ठाकुर, न्यूज़ वन इंडिया। लगता है हमारे देश मे सरकारी विभाग ने अपना काम ना करने को कसम सी ले रखी है जहां तहां से ऐसी खबर रोज़ आ जाती है जो उस विभाग की लचर व्यवस्था की पोल खोलती नज़र आती है।फिलहाल हम बात कर रहे हैं महानगर मुम्बई के महानगरपालिका की जिसकी सुस्त और लचर व्यवाथा से बारिश में अक्सर मुम्बई की रफ्तार पर इमरजेंसी ब्रेक लग जाता है।
इन दिनों मुम्बई में हो रही बारिश ने तो वैसे ही जनजीवन पर असर डाल रखा है मगर उससे कहीं ज़्यादा बीएमसी विभाग की गैरज़िम्मेदाराना ड्यूटी से वहां के लोग पनाह मांग रहे हैं।इतनी बड़ी महानगरी में ज़रा सी बरसात जब आफत बन जाती है तो सोचिए चेतावनी वाली बारिश वहां क्या असर डालती होगी।
खबरों पर गौर करिये तो आपको पता चलेगा कि पानी से रेलवे ट्रैक पूरी तरह डूबे हैं सड़को पर पानी भरा है घरों तक मे पानी घुस गया है और तो और स्कूल कालेज तक बंद कर ढ़िये गए हैं और कह दिया गया है कि अपने घरों से बाहर ना निकलें बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम लगा दी गई है।
कमाल है महानगर में बीएमसी क्या कर रही है समझ ही नही आता तनख्वाह की बात हो तो जमावड़ा लग जाता है काम के नाम पर सब बेगारी ही करतें नज़र आते हैं वैसे देखा जाए तो बीएमसी का ऐसा काम कोई नया नही है ये विभाग ही कुछ ऐसा है कि लगभग पूरे देश मे इसका सुस्त और ढुलमुल रवैया ही हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है।नेतागिरी में तो ये विभाग अव्वल है पर गांधी गिरी से कोसो दूर ही रहता है।