हरिद्वार से स्थानांतरित होकर देहरादून आए सहायक दारोगा ने बेटी पर दामाद की हत्या का आरोप लगाया तो एसएसपी स्वीटी अग्रवाल दंग रह गईं। एसएसपी ने जब इस बारे में प्रेमनगर एसओ से जानकारी ली तो पता चला कि दामाद का पोस्टमार्टम तो कराना दूर पुलिस को मौत की सूचना तक नहीं दी गई है।
दामाद की प्रापर्टी को लेकर पिता ओर बेटी में विवाद है, जिसे अब दूसरा रूप दिया जा रहा है। एसएसपी ने आरोप की जांच कराने की बात कहकर दारोगा को पुलिस को प्रापर्टी विवाद में शामिल न करने की नसीहत दी। उन्होंने बेटी से विवाद के चलते देहरादून स्थानांतरण पर भी आपत्ति जताई है।
जानें क्या है पूरा माजरा
दरअसल, हरिद्वार से स्थानांतरित होकर आए सहायक दारोगा ने एसएसपी स्वीटी अग्रवाल से मुलाकात की। सहायक दारोगा ने आरोप लगाया कि प्रेमनगर क्षेत्र में रहने वाली उनकी बेटी ने प्रेम प्रसंग में दामाद की हत्या कर दी। बाकायदा बेटी समेत तीन लोगों को आरोपित भी किया। बेटी के खिलाफ पिता के मुंह से आरोप सुनकर खुद एसएसपी दंग रह गईं।
उन्होंने एसओ प्रेमनगर नरेश राठौड़ से पूरे मामले की जानकारी ली। पता चला कि अप्रैल में सहायक दारोगा के दामाद की मौत हुई थी। दामाद को मृत अवस्था में अस्पताल ले जाया गया तो वहां भी अस्पताल के रजिस्टर में इसकी कोई एंट्री नहीं की गई। यहां तक की पुलिस को भी इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई।
एसओ ने बताया कि बेटी ने पहले संपत्ति पिता के नाम कर दी थी। अब वह प्रापर्टी को वापस चाहती है, जिसे लेकर विवाद है। एसएसपी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि वह हत्या के आरोप की जांच जरूर कराएंगी, लेकिन उन्होंने सहायक दारोगा को प्रापर्टी विवाद में पुलिस को शामिल न करने की चेतावनी दी है।
इसी बीच सहायक दारोगा ने एसएसपी ने सिटी में पोस्टिंग का प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि हरिद्वार से उनका स्थानांतरण देहरादून हो गया है। एसएसपी ने आपत्ति जताई कि बेटी से विवाद के चलते वह देहरादून में उन्हें तैनाती नहीं देगी, अन्यथा बाद में आरोप लगेंगे। उन्होंने डीआईजी से सहायक दारोगा का स्थानांतरण देहरादून से कहीं और करने की संस्तुति की है।