रायपुर। कांग्रेस आदिवासी, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के वोटरों को विशेष रूप से फोकस कर रही है। इसी रणनीति के तहत तीनों वर्ग के वोटरों को साधने के लिए जिग्नेश मेवाणी, कन्हैया कुमार और हार्दिक पटेल को यहां स्टार प्रचारक के तौर पर लाने का विचार चल रहा है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश स्तरीय चुनाव प्रचार समिति और योजना एवं रणनीति समिति का गठन कर दिया है तो तीनों नेताओं को बुलाने का प्रस्ताव पहले समितियों के बीच रखा जाएगा। इसके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को प्रस्ताव भेजा जाएगा। दलितों के आंदोलनों के लिए जिग्नेश का नाम तेजी से उभरकर सामने आया है।
गुजरात में जिग्नेश कांग्रेस के समर्थन से चुनाव जीते हैं, इसलिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) देशभर में दलितों को साधने के लिए जिग्नेश को मैदान में उतार रही है। जिग्नेश ने भी चुनाव जीतने के बाद ऐलान किया था, वे भाजपा के खिलाफ प्रचार करने के लिए देश का दौरा करेंगे।
कन्हैया कुमार और हार्दिक पटेल के स्वर भाजपा व संघ विरोधी हैं। ये दोनों नेता भी युवाओं और दलितों के बीच खासे लोकप्रिय हो गए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इन नेताओं को चुनाव के समय प्रचार के लिए यहां बुलाने पर पार्टी को फायदा होगा, क्योंकि प्रदेश में 16 फीसद दलित वोटर हैं।
वैसे भी प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता साहू, सतनामी और कुर्मी वोटरों के माध्यम से बढ़त बनाने की कोशिश में लगे हैं। इससे दो-तिहाई सीटें प्रभावित हो जाएंगी। साहू और सतनामी समाज के लोग तो पहले संगठित हैं, लेकिन कुर्मी समाज के लोग अब संगठित हो रहे हैं।
चुनाव के समय स्टार प्रचारकों को बुलाने की कोशिश होती है, लेकिन इसका फैसला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी लेती है। चुनाव प्रचार समिति में हार्दिक, जिग्नेश व कन्हैया को बुलाने पर चर्चा की होगी। उसके बाद एआईसीसी को प्रस्ताव भेजा जा सकता है।