लखनऊ,दीपक ठाकुर। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह अपने नाम से कम कारनामे से ज़्यादा सुर्खियां बटोरते नज़र आने लगे हैं फिर बात चाहे कम उम्र की लड़की से शादी रचाने की हो या कश्मीर में सेना का जो रोल हो उन बातों से उनके आ रहे बयानों से यही लगता है कि दिग्गी जी का चश्मा उनको सही गलत दिखाने में कामयाब नही हो पा रहा है।
कश्मीर में हमारी सेना हर स्थिति में कश्मीरियों को मदद पहुंचाने का काम कर रही है वो भी बिना किसी भेदभाव के पर सियासत दार लोग सेना के सेवा भाव पर भी उंगली उठाने से बाज नही आ रहे हैं। अभी हाल में सेना का जो वीडियो वायरल हुआ जिसमें सेना के सिपाही को वहां के अराजकतत्व पीटते नज़र आ रहे थे उसे देख कर हर हिन्दोस्तानी का खून खौल उठा सबने गाहे बगाहे सरकार की आलोचना इस लिए की कि सरकार इस मामले पर चुप क्यों है? पर सरकार की तरफ से बात आई कि वो अपनी कार्यवाई कर रही है दोषियों को बख्शा नही जाएगा जिससे हम लोगों को थोड़ा भरोसा हुआ कि गलत करने वाले सज़ा पाएंगे।
अब बात करते है इसी मुद्दे पर विपक्षियों की भूमिका की तो यहां बड़ा ताज्जुब इस बात को लेकर है कि विपक्षीय पार्टी खास तौर पर कांग्रेस ऐसी बयानबाज़ी कर रही है जो ये दिखा रहा है कि कश्मीर को भारत का अंग वो नही मानती।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कश्मीर में जो काम आतंकवादी करते हैं वही काम वहां की सेना कर रही है देश के वरिष्ठ नेता को इस तरह का बयान देना कहाँ तक शोभा देता है कोई बताएगा। जो सेना देश के स्वर्ग को आतंक से बचाने के लिए अपना घर बार ऐश आराम सब छोड़ कर आतंकवादियों से आये दिन ज़िन्दगी और मौत के बीच झूल रही है उसके लिए इस तरह का बयान देना ये सेना के साथ ही नही पूरे हिन्दोस्तान के साथ बड़ी शर्मनाक बात है जिसे बर्दाश्त नही किया जाना चाहिए।
नेता राजनीतिक रोटी सेकने के लिए एक दूसरे पर चाहे जैसे हमला करें उनको पूरी आजादी है पर हमारी सेना की कार्यप्रणाली पर शंका और ऐसी अशोभनीय टिपड़ी करने का हक़ उनको किसने दिया क्या वो ये नही जानते उन जवानों की चौकस कार्यप्रणाली और देश प्रेम की भावना से ही उनकी सियासत भी जिंदा है। इसलिए आपसी हमले आप जितने चाहे कीजिये पर सेना पर ऐसे ऊलजलूल बयान मत दीजिये इससे हर हिंदुस्तानी का दिल दुखता है।