लखनऊ,इरफान शाहिद। वैसे तो हम आपसे उस घटना का जिक्र करने जा रहे हैं जो कल यानी गुरुवार को बैंक में पैसा डिपाजिट करने गये एक शख्स से हुई पर इस तरह का व्यवहार बैंक कर्मियों द्वारा कोई नई बात भी नही है। न्यूज़ वन इंडिया को कल वाट्सअप के जरिये एक शिकायत मिली की देवाशरीफ स्थित बैंक आफ बड़ोदा के कर्मचारी सागर अरोड़ा ने उनके साथ बदसलूकी की है।
मामले की जानकारी देते हुए पीड़ित ने बताया कि जब वो अपने बैंक खाते में पैसा जमा करने पहुंचा तो उसके नोटो में एक नोट थोड़ा सा फटा निकला जिसे बैंक कर्मचारी सागर अरोड़ा ने ना सिर्फ लेने से इनकार कर दिया बल्कि भीड़ भाड़ भरे बैंक में ज़ोर से चीखते हुए बोला कि जब हम ऐसे नोट देते हैं तब तो लेते नही और अपना जमा कराना चाहते हो ले जाओ नही जमा करूंगा।पीड़ित को अफसोस इस बात का भी है कि उस वक़्त मैजूदा स्टाफ ने किसी को भी उनकी बदसलूकी के लिए रोका तक नही।
बैंक कर्मचारी का ये बर्ताव कस्टमर को काफी ना गवार गुज़रा और उसे बेइज़त्ति भी महसूस हुई क्योंकि ये बात कई लोगों के सामने कही गई।बैंक में इस तरह का व्यवहार किया जाना वैसे तो कोई नई बात नही है पर इस तरह सबके सामने चीखते हुए कस्टमर से बात करना ये दर्शाता है कि सरकार ने जिस तरह व्यक्ति को बैंक पर निर्भर कर दिया है ये उसी का नाजायज़ फायदा उठाने जैसा है पीड़ित चाहता है कि बैंक कर्मी सागर अरोड़ा पर उसकी बदसूलीकी के लिए कोई एक्शन लिया जाए ताकि आगे किसी कस्टमर से कोई बैंक कर्मी बद्दतमीज़ी से ना पेश आये।वैसे ये बात भी किसी से छिपी नही है कि बैंक द्वारा हमे किस किस तरह से भुगतान किया जाता है कभी सिक्के तो कभी फटे गले नोट तक थमा दिए जाते है जो वापसी की बात उनको हमेशा नागवार ही गुज़रती है।