लखनऊ, दीपक ठाकुर। ये बयान पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर उस वक़्त दिया गया था जब देश मे यूपीए की सरकार थी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे।उस वक़्त बढ़ती महंगाई का विरोध अगर किसी पार्टी ने डट कर किया था तो वो थी भारतीय जनता पार्टी जिसके कई प्रमुख नेता जनता की आवाज़ बनकर सड़को पर उतरते थे।और तो और उस वक़्त के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जो आज हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं वो भी महंगाई पर मनमोहन सिंह की सरकार को आगाह करते नज़र आते थे अब वही सब बयान और उनके वक्तव्यों को सोशल मीडिया पर खूब प्रसारित किया जा रहा है जिसको देख कर लिखने का प्रयास कर रहा हूँ जो शायद जनता भी चाहती है।
देश मे आज पैट्रोल के दाम और रसोई गैस जैसी ज़रूरी चीजों के दाम बढ़े हुए हैं जिसको लेकर जनता में रोष है जनता ये सोच कर हैरान भी है कि सरकार तो उन्ही की है जो पहले बढ़ी कीमतों का विरोध करते थे फिर अब वो इस पर अंकुश क्यों नही लगाते।जनता का सोचना जायज़ है आज रसोई गैस की कीमत लगभग 600 रुपये है और पैट्रोल 80 से थोड़ा कम ऐसे में आम आदमी कैसे कहेगा कि अच्छे दिन चल रहे हैं आप ही बताइये।
आपके ड्रीम प्रोजेक्ट से आम आदमी का भला होगा या ज़रूरी चीजों के दाम कम करने से ये आप बेहतर समझ सकते है।आप देश के भविष्य को तो स्वर्णिम बनाने में मसरूफ है मगर महंगाई पर भी जल्दी कुछ कीजिये। मुझे लगता है कि आपको और आपकी पार्टी को आत्ममंथन की आवश्यकता है क्योंकि आपके सहयोगी भी आपकी इस नीति को लेकर खासे नाराज लग रहे हैं उनको भी यही लगता है कि आपकी सरकार आम जनता की ज़रूरतों को नज़रंदाज़ कर रही है।विरोधी इसी बात की ताक में है कि आपकी एक गलती उनके लिए सुनहरा मौका बन सकती है हमे आपकी कार्यशैली पर गर्व है मगर आम जनता का हित आपके लिए सर्वोपरी होना चाहिए क्योंकि उसी ने आपको देश चलाने का मौका दिया है इसी उम्मीद के साथ कि भाजपा सरकार में ज़रूरतें पूरी होंगी पर यहां तो अभी तक ऐसा कुछ नज़र नही आ रहा है केवल चेहरे बदले हैं नीतियों में बदलाव नही आया है।
इससे पहले की गली मोहल्ले की सुगबुगाहट देश के हर कोने में ना पहुंच जाए आप कुछ अच्छे दिन वाली शुरुआत तो कर दीजिये रसोई गैस पेट्रोल बहुत ज़रूरी है जीने के लिए इसको महंगाई मुक्त कर दीजिए नही तो जनता के मूड का क्या भरोसा है जिसने नब्ज़ पकड़ ली ये उसी के साथ हो लेती है और आज भी महंगाई जनता की सबसे बड़ी मजबूरी बन गई है।