बहराइच:(अब्दुल अजीज) । भारत स्वच्छता मिशन को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से नगरपालिका परिषद बहराइच ने शहर में सफाई व्यवस्था को और गतिशीलता प्रदान करने के लिए भागीरथी प्रयास शुरू किये हैं जिसके अंतर्गत उनके द्वारा चलाये गये विशेष प्रयास से आज शहर के विभिन्न वार्डों में डस्टबीन रखाया गया है।
पालिका प्रशासन की ओर से नीले और हरे रंग के करीब 500 डस्टबीन हरे खरीदे गये हैं। इन डस्टबीनो मे अलग -अलग कूडे एकत्रत्रित किए जाएँगे। जिन्हे आज पालिका अध्यक्ष हाजी रेहान खान व अधिशाषी अधिकारी पवन कुमार ने अपने कर कमलो से सभी सफाई नायकों की मौजूदगी में 31 वार्डो में वितरित किया।
इस अवसर पर हाजी रेहान खान ने कहा कि शहर को स्वच्छ बनाना हम सभी का मौलिक कर्तव्य है। इसलिए नगरपालिका का सहयोग करते हुए शहर को स्वच्छ और निर्मल बहराइच बनाने की सभी नागरिकों को जिम्मेवारी है जिसे सभी नागरिकों को निष्ठा पूर्वक आगे आ कर अपना कर्तव्य निभाना होगा। वहीं इस अवसर पर नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी पवन कुमार ने कहा कि पालिका द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए करीब 500 डस्टबीन खरीदे गए हैं। जिनको सभी वार्डो में समान रूप से वितरित करवा दिया गया है। इनमे एकत्रित कूडे को कम्पोस खाद बनाने के लिए संयत्र लगाने की योजना बना ली गई है।
उन्होंने कहा कि शहरवासियों की गंदगी की समस्या को अब काफी हद तक समाधान हो जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि नगरपालिका द्वारा चलाए जा रहे अभियान में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस अभियान में जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है।उल्लेखनीय है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी हों या मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ इन लोगों ने अपने भारत स्वच्छता मिशन के तहत भले ही लोगों के हाथों में झाड़ू पकड़ा दी हो लेकिन वास्तविकता तो ये है कि जिनके हाथों में प्रशासनिक तरीके से ये जिम्मेदारी सौंपी गई है और सरकार उनपर पानी की तरह पैसा बहा रही है आजके समय मे वही फिसड्डी हो गया है,अर्थात अगर हम अपने बहराइच शहर की बात करें तो बीते समय मे हमारे शहर में प्रति दिन नियमित रूप से सड़कों की और क्षेत्र की नालियों की सफाई और धुलाई होती थी लेकिन आज ये हालत हो गयी हैं कि मोहल्ले की सड़कों की महीने में एक बार ही सफाई की जाती है तो नालियों की सफाई तीन महीने में एक बार ही होती है और उस पर ये सफाई कर्मी नालियों में जमे केवल पन्नी को ही निकालने का काम करते है,ये नाली की सफाई के नाम पर इनके पास न तो झाड़ू होती है और न धुलाई के लिए पानी की व्यवस्था।अब ये बात अपने आप मे खुद ये साबित कर रही है कि सफाई विभाग के जिम्मेदारों का जब ये हाल है तो ऐसे में मोदी, योगी और पॉलिका चेयरमैन किस आधार पर स्वच्छता मिशन को परवान चढ़ा पाएंगे क्योंकि सरकार और सरकारी अमला इस अभियान के तहत मात्र झाड़ू लगाते हुए फोटो खिंचवा कर उसे अखबारों में छपवा कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री से ज्यादा और कुछ नही करना चाहती।ऐसे में इस मिशन की पूर्ति के लिए शासन और प्रशासन से लेकर सम्बन्धित विभाग को जकरुक करते हुए जन सामान्य में जागरूकता पैदा करना आवश्यक है अन्यथा हर योजनाओं की तरह इस योजना पर भी मात्र पैसा बहा कर टॉन्य टॉन्य फिस्स से आगे और कुछ भी सम्भव नही है।
इस अवसर पर नगरपालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि के0के0 सक्सेना सफाई निरीक्षक प्रदीप अग्नोहोत्री सहित कर्मचारी गण भी मौजूद रहे।