लखनऊ,दीपक ठाकुर। ऐसा देखा गया है जिसके हाथ प्रदेश की सत्ता होती है उसी के कंडीडेट को किसी भी चुनाव में फायदा पहुंचता है और ये कोई नई बात भी नही।चुनाव में धनबल के साथ साथ सत्ता बल भी काफी महत्च रखता है ये भी सभी जानते है और यही वजह भी है कि निकाय चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी भी सत्ता दल से टिकट के लिए भारी भरकम पैसा तो खर्च करते ही हैं साथ ही पूरा सिस्टम ऐसा बनाने का प्रयास करते है जिससे उनकी जीत सुनिश्चित हो जाये ऐसा ही एक मामला सामने आया है खदरा के अयोध्यादास वार्ड से जहां के पूर्व पार्षद मुस्सविर अली मंशू ने ये आरोप लगाया है कि भाजपा कंडीडेट उस वार्ड की लिस्ट को गलत साबित करने का प्रयत्न कर रहे हैं जिस लिस्ट में खुद पार्षद मंशू और उनके परिजनों के नाम शामिल हैं।
अयोध्यादास वार्ड के पार्षद मंशू ने हमसे फोन पर हुई बात चीत में ये बताया कि भाजपा प्रत्याशी की तरफ से ए डी एम 5 को एक एप्लिकेशन भेजी गई है जिसमे वार्ड के कई नामो की एक सूची भी दी गई है और ये कहा गया है कि ये सभी नाम फर्जी है जिन्हें लिस्ट से हटाया जाए मंशू का कहना है कि ये लिस्ट काफी पुरानी और सही है क्योंकि इसमें उस हर व्यक्ति का नाम है जो निकाय चुनाव या अन्य चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करते चले आ रहे हैं उन्होंने कहा कि इस लिस्ट में उनका खुद का और सभी उन रिश्तेदारों का नाम भी शामिल है जो वहां काफी समय से रह रहे हैं।
वैसे देखा जाये तो निकाय चुनाव हो या कोई अन्य चुनाव लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप हमेशा ही लगाए जाते है और होता भी यही है क्योंकि सरकारी तंत्र इस मामले में संजीदगी नही दिखाता वो अपनो के भरोसे रहता है जिससे ये आरोप लगने लाज़मी हो जाते है। हम अगर निष्पक्ष चुनाव की बात करते है तो इससे जुड़े हर मामले को संजीदगी से लेने की ज़रूरत है मुस्सविर अली मंशू के आरोप गंभीर है इसकी जांच होनी चाहिए ताकि चुनाव में और खास तौर पर नामो की लिस्ट से कोई छेड़ छाड़ ना हो पाए ताकि जनता अपना सही प्रतिनिधि चुन सके।