नई दिल्ली। निकाय चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। सपा के जिला पंचायत अध्यक्ष संजय सिंह के खिलाफ बीजेपी का अविश्वास प्रस्ताव ख़ारिज हो गया है। जिला पंचायत में सपा की जीत पर समाजवादी पार्टी ने कार्यालय पर जश्न मनाया और इस दौरान आतिशबाजी हुई और एक दूसरे को मिठाई खिलाई गई। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में एक भी जिला पंचायत सदस्य नहीं पहुंचा और बैठक का कोरम नही पूरा हो पाया। जिसके कारण बीजेपी की तख्तापलट की कोशिश नाकाम हो गई।
बरेली जिला पंचायत में 60 सदस्य है और अविश्वास प्रस्ताव के लिए 31 सदस्यों का बैठक में शामिल होना जरूरी था। बैठक शनिवार सुबह 11 बजे से सिविल जज सीनियर डिवीजन शक्ति सिंह के सामने शुरू होनी थी, लेकिन कोई भी सदस्य बैठक में नहीं पहुंचा। इस तरह से बीजेपी की अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश नाकाम हो गया है। सिविल जज सीनियर डिवीजन ने शक्ति सिंह ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव लाने में कोई सदस्य सभागार में नहीं आया इसलिए अविश्वास प्रस्ताव जो लाया जाना था वो गिर गया।
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अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बीजेपी के आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप, बहेड़ी के विधायक छत्रपाल, नवाबगंज के विधायक केसर सिंह, बिथरी चैनपुर के विधायक राजेश मिश्रा जिला पंचायत सदस्यों के साथ डीएम से मिले थे। जहां पर वार्ड नौ की सदस्य मंजू देवी सपा के संजय सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी। जिसके लिए 28 अक्टूबर की तारीख तय की गई थी।
जिला प्रशासन को दिया धन्यवाद
सपा की जीत के बाद जिलाध्यक्ष सुभलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने संजय सिंह को हराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया।सदस्यों को धमकाया भी गया लेकिन सभी सदस्य संजय सिंह के साथ थे।उन्होंने सभी जिला पंचायत सदस्यों को धन्यवाद दिया और प्रशासन को निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि अब नगर निकाय के चुनाव में भी समाजवादी पार्टी बीजेपी को हरा कर ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने का काम करेगी।