शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI- सही कहा गया है की यदि किसी भी चीज का उपयोग न किया जाए तो वो धीरे धीरे विलुप्त होने लगती है और इस कहावत को काफी हद तक सही साबित कर रहा जनपद लखीमपुर खीरी के तहसील निघासन में स्थित महिला अस्पताल।
जी हाँ ये वही महिला अस्पताल है जो कभी निघासन क्षेत्रवशियों के लिए किसी वरदान से कम नही था क्योंकि कस्बे में स्थित ये महिला अस्पताल महिलाओं के लिए बहुत ही सुविधाओं का केंद्र था मगर ये तो निघासन का दुर्भाग्य है कि समय के साथ साथ वरदान समान इस महिला अस्पताल का बस अब नाम ही रह गया न ही इस अस्पताल में काफी समय से कोई डॉक्टर देखा गया न ही किसी डॉक्टर की तैनाती की गई है हाँ इतना जरूर है कि इस अस्पताल को लोगों ने पार्किंग जरूर बना लिया है।
कभी इस अस्पताल को निघासन का गौरव माना जाता था तो वही अब यह अस्पताल अपनी दुर्दशा को देख आंशू बहाते हुए खंडहर में तब्दील हो रहा है।
नेताओ की बात करें तो वो बस सिर्फ चुनावी समय मे हाथ जोड़े हुए क्षेत्र के कई मुद्दों के साथ नजर आते है मगर जब जीत कर कुर्सी पा जाते है तो उन्हें न तो अपने क्षेत्र की समस्याओं से मतलब रहता है न ही क्षेत्र की जनता से और यही कारण है कि निघासन का सिर्फ महिला अस्पताल ही नही बल्कि निघासन क्षेत्र ऐसी कई समस्याओं से ग्रस्त है जो सिर्फ चुनावी दौर में नेताओं की जुबां पर आती और वो हर बार उन्ही समस्याओं को रखकर भोलीभाली जनता की वोटों को ठग कर ले जाते है।
कस्बे में स्थित एकमात्र राजकीय महिला अस्पताल वर्षों से बदहाली से जूझ रहा है।
असमाजिक तत्व भवन के दरवाजे व खिड़कियां उखाड़ ले गए जिससे चिकत्सालय के वीरान होने से ग्रामीण अंचलों की गरीब महिलाएं प्रसव पीड़ा से घंटों तड़पती है।
निघासन का यह महिला अस्पताल पार्किंग में तो तब्दील ही हो चुका है साथ मे यहाँ गाड़ी में गैस डालने के साथ गाड़ी की सर्विस का काम भी होता है।
जिम्मेदार लोग इस महिला अस्पताल को खंडहर में तब्दील होता देख भी अनजान बने है।